देहरादून, 28 अक्टूबर 2024: उत्तराखंड के गुरिल्ला संगठन ने अपनी मांगों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। आज देहरादून में आयोजित एक आपातकालीन मीटिंग के दौरान संगठन ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी तीन सूत्री मांगों पर 15 दिसंबर तक कार्रवाई नहीं की, तो वे 17 दिसंबर को देहरादून कूच करेंगे और 18 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। संगठन ने इस आंदोलन की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन पर डाली है।

मीटिंग में प्रमुख पदाधिकारी रहे मौजूद

मीटिंग में संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट, सह मीडिया प्रभारी महावीर सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह राणा, उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला, महासचिव महावीर सिंह रावत और अन्य पदाधिकारी शामिल थे। उन्होंने कहा कि संगठन के SSB प्रशिक्षित पदाधिकारी कई वर्षों से अपने हक की मांग कर रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है।

मणिपुर की तर्ज पर मांगा हक

गुरिल्ला संगठन ने मणिपुर राज्य का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के गुरिल्लाओं को 58 वर्ष तक नौकरी की सुविधा दी गई है और बुजुर्ग गुरिल्लाओं के लिए पेंशन और सहायता का प्रावधान है। संगठन ने उत्तराखंड में भी ऐसी ही सुविधाएं देने की मांग की है।

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11 नवंबर को अगली बैठक, सभी पदाधिकारी रहेंगे उपस्थित

संगठन की अगली बैठक 11 नवंबर को जैन धर्मशाला में होगी, जिसमें राज्यभर के SSB प्रशिक्षित गुरिल्ला पदाधिकारी शामिल होंगे। संगठन ने साफ किया है कि अगर सरकार ने 15 दिसंबर तक उनकी मांगें नहीं मानीं, तो वे आंदोलन को बड़ा रूप देंगे।

“देशभक्ति का सम्मान चाहिए”

गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि वे पिछले 18 साल से ईमानदारी से अपने हक की मांग कर रहे हैं। यदि इस बार उनकी मांगें नहीं मानी गईं और कोई अनहोनी होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

 

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