Uttarakhand News – उत्तराखंड के एक होटल में जाधवपुर विश्वविद्यालय के 44 वर्षीय प्रोफेसर मैनाक पाल का शव मिलने की खबर ने उनके सहकर्मियों और छात्रों को गहरे सदमे में डाल दिया है। जाधवपुर यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने प्रोफेसर पाल को एक प्रिय शिक्षक बताते हुए कहा कि उनकी आकस्मिक मृत्यु ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। एसोसिएशन के महासचिव पार्थ प्रतिम रॉय ने एक बयान में कहा, “हम उनके निधन की खबर सुनकर गहरे दुख में हैं। पाल छात्रों और सहकर्मियों के बीच बेहद लोकप्रिय थे। पूरा जाधवपुर परिवार इस घटना से स्तब्ध है।”

प्रोफेसर मैनाक पाल ने कोलकाता के प्रतिष्ठित प्रेसिडेंसी कॉलेज से अपनी पढ़ाई की थी और कुछ समय तक पश्चिम बंगाल के दो सरकारी कॉलेजों में पढ़ाने के बाद उन्होंने प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी में बतौर शिक्षक वापसी की थी। 2022 में वे जाधवपुर विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर शामिल हुए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, बेटी और माता-पिता हैं।

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जानकारी के मुताबिक, पाल हाल ही में दो दोस्तों के साथ एक छोटी यात्रा पर उत्तराखंड गए थे। हालांकि, उन्होंने बीच में ही यात्रा छोड़कर घर लौटने का फैसला किया। ललकुआं के एक होटल में उन्होंने चेक-इन किया था और अगले दिन की ट्रेन से कोलकाता लौटने का कार्यक्रम था। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, पाल ने अपने दोस्तों को बताया था कि वे अपनी बेटी को बहुत याद कर रहे हैं और जल्द से जल्द घर लौटना चाहते थे।

शुक्रवार शाम को जब परिवार पाल से संपर्क नहीं कर पाया, तो उन्होंने होटल से संपर्क किया। होटल के कर्मचारियों ने दरवाजा तोड़ा और बाथरूम में उनका शव पाया। पुलिस ने बताया कि प्रोफेसर के हाथ और गले पर गहरे कट के निशान थे और फर्श पर खून बिखरा हुआ था। प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है, हालांकि पुलिस सभी संभावित पहलुओं पर जांच कर रही है।

यह हादसा न केवल जाधवपुर विश्वविद्यालय बल्कि पूरे शैक्षिक समुदाय के लिए एक गहरी क्षति है

 


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