हल्द्वानी: उत्तराखंड की पीड़ा और समस्याओं को उजागर करती कुमाऊंनी फिल्म ‘धरती म्यर कुमाऊं की’ इन दिनों प्रदेश के सिनेमाघरों में शानदार प्रदर्शन कर रही है। फिल्म के डायरेक्टर जयश्रीकिशन नौटियाल ने हल्द्वानी के हल्दूचौड़ स्थित मल्टीप्लेक्स में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि यह फिल्म पहाड़ के रोजगार और स्वास्थ्य समस्याओं पर आधारित है और युवाओं को एक सकारात्मक संदेश देती है।
फिल्म का उद्देश्य और संदेश
फिल्म के निर्देशक का कहना है कि यह फिल्म युवाओं को अपने पैतृक स्थान से जुड़े रहने और उसके विकास के लिए काम करने का संदेश देती है। उन्होंने बताया कि कम बजट में बनी यह फिल्म फिलहाल हल्दूचौड़, रामनगर, रुद्रपुर और काशीपुर के मल्टीप्लेक्स सिनेमाघरों में दिखाई जा रही है और जल्द ही पूरे उत्तराखंड में रिलीज की जाएगी।
दर्शकों को भा रही कहानी
फिल्म में पहाड़ की स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा और प्रसव के दौरान महिलाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की कमी के कारण झेलनी पड़ने वाली परेशानियों को दिखाया गया है। कुमाऊंनी भाषा में बनाई गई यह फिल्म दर्शकों के बीच शिक्षाप्रद और मनोरंजक के रूप में खूब सराही जा रही है।
देवभूमि फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले बनी इस फिल्म की पटकथा को दर्शकों ने खास पसंद किया है। निर्देशक ने बताया कि फिल्म की सफलता से उन्हें उम्मीद है कि यह लोगों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने और पहाड़ के विकास के प्रति जागरूक बनाएगी।
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