
UKSSSC Paper Leak 2025: बेरोजगार संघ ने किया पेपर लीक का दावा, आयोग ने माना तीन पन्ने बाहर आए?
UKSSSC Paper Leak 2025: देहरादून, 21 सितंबर 2025। उत्तराखंड में सरकारी नौकरी पाने की राह एक बार फिर संदेहों के घेरे में है। रविवार को आयोजित उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। बेरोजगार संघ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर परीक्षा में पेपर लीक होने का दावा किया, जबकि आयोग ने भी यह स्वीकार किया है कि प्रश्न पत्र के तीन पन्ने बाहर आए हैं। हालांकि आयोग का कहना है कि शुरुआती जांच में ये पन्ने पढ़ने योग्य नहीं थे।
परीक्षा के दौरान लीक होने का दावा (UKSSSC Recruitment Exam Paper Leak)
रविवार को सुबह 11 बजे से शुरू हुई यह परीक्षा प्रदेश के 445 केंद्रों पर एक साथ आयोजित की गई। बेरोजगार संघ का आरोप है कि परीक्षा शुरू होने के महज आधे घंटे बाद, करीब 11:35 बजे पेपर का एक सेट बाहर आ गया। संघ के मुताबिक, पेपर हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र से लीक हुआ है। संघ का दावा है कि जो प्रश्नपत्र बाहर आया था, उसका मिलान जब परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों को मिले पेपर से किया गया तो कई प्रश्न समान पाए गए।
बेरोजगार संघ का आरोप और आंदोलन की तैयारी (Protest by Berozgar Sangh)
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ लगातार हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि यह सिर्फ तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि संगठित नकल माफिया की करतूत है। संघ ने सोमवार 22 सितंबर को देहरादून के परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच करने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने मांग रखी है कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए, ताकि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो सके।
STF ने पहले ही पकड़ा था गिरोह (STF Action on UKSSSC Paper Leak Scam)
इससे पहले 20 सितंबर को एसटीएफ और देहरादून पुलिस ने पेपर से पहले ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया था। इस मामले में पंकज गौड़ और हाकम सिंह नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। दोनों पर आरोप है कि वे अभ्यर्थियों को परीक्षा पास कराने के नाम पर लाखों रुपये वसूल रहे थे।
बेरोजगार संघ का कहना है कि उन्होंने पहले ही 9 सितंबर को एसटीएफ को एक ऑडियो उपलब्ध कराया था। इस ऑडियो में पंकज गौड़ एक अभ्यर्थी को 15 लाख रुपये लेकर परीक्षा पास कराने का लालच दे रहा था। संघ का दावा है कि उसी शिकायत के बाद एसटीएफ हरकत में आई और गिरफ्तारी की गई।
आयोग ने माना तीन पन्ने बाहर आए (UKSSSC Commission Statement)
इस पूरे विवाद पर आयोग के चेयरमैन गणेश शंकर मर्तोलिया ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्र से जुड़े तीन पन्ने बाहर आए हैं। हालांकि, शुरुआती जांच में यह पन्ने पढ़ने योग्य नहीं मिले। आयोग ने यह भी बताया कि परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे ताकि किसी भी तरह का संचार संभव न हो। लेकिन इसके बावजूद यह पन्ने बाहर कैसे निकले, यह बड़ा सवाल बन गया है।
आयोग ने कहा कि इस मामले पर उच्चस्तरीय बैठक की जा रही है और सभी पहलुओं की गहनता से जांच होगी।
युवाओं का भरोसा फिर डगमगाया (Impact on Students)
उत्तराखंड में पिछले कुछ वर्षों में लगातार भर्ती परीक्षाओं पर सवाल उठते रहे हैं। 2022 में हुए UKSSSC पेपर लीक मामले ने भी हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य को प्रभावित किया था। अब एक बार फिर से पेपर लीक के आरोप लगने से युवाओं में गुस्सा और निराशा दोनों दिखाई दे रहा है। बेरोजगार संघ का कहना है कि अगर सरकार और आयोग सख्त कदम नहीं उठाते तो राज्य के लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
UKSSSC भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामला अब बड़ा राजनीतिक और सामाजिक मुद्दा बनता जा रहा है। बेरोजगार संघ ने जहां सचिवालय कूच की तैयारी कर ली है, वहीं आयोग अपनी सफाई और जांच प्रक्रिया में जुटा है। अब देखना यह होगा कि क्या इस बार भी मामला केवल जांच तक सीमित रहता है या दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होती है। फिलहाल, उत्तराखंड के युवाओं का भरोसा फिर एक कठिन परीक्षा से गुजर रहा है।
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