
UKSSSC पेपर लीक केस: देहरादून में बेरोजगार संघ का प्रदर्शन आज, प्रशासन ने लगाई धारा 163
देहरादून, 22 सितंबर 2025। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) भर्ती परीक्षा पेपर लीक विवाद ने तूल पकड़ लिया है। रविवार को आयोजित परीक्षा में लीक की आशंका जताने के बाद बेरोजगार संघ ने आज राजधानी देहरादून में बड़े प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसी को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन देहरादून के कई इलाकों में धारा 163 बीएनएसएस लागू कर दी है।
देहरादून में धारा 163 लागू (Section 163 in Dehradun)
पुलिस और प्रशासन ने सुबह आदेश जारी कर बताया कि शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के कई प्रमुख स्थानों पर धारा 163 लागू रहेगी। जिन इलाकों में यह लागू की गई है, उनमें घंटाघर, चकराता रोड, गांधी पार्क, सचिवालय रोड, न्यू कैंट रोड, सहस्त्रधारा रोड, नेशविला रोड, राजपुर रोड, ईसी रोड, सहारनपुर रोड, परेड ग्राउंड, सर्वे चौक और डीएवी कॉलेज रोड शामिल हैं।
मजिस्ट्रेट के आदेश के मुताबिक इन इलाकों और उनके आसपास 500 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार की सार्वजनिक सभा, जुलूस, धरना या पांच से अधिक लोगों का समूह बनाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा लाउडस्पीकर, डीजे या ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर भी रोक लगा दी गई है। किसी भी तरह के हथियार, लाठी-डंडे या आपत्तिजनक सामान लेकर चलने पर भी पाबंदी होगी।
बेरोजगार संघ का आंदोलन और मांगें (Protest by Berozgar Sangh)
उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने रविवार को प्रेस वार्ता कर दावा किया था कि 21 सितंबर को हुई UKSSSC भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। संघ का कहना है कि हरिद्वार के एक सेंटर से पेपर बाहर निकाला गया और उसका मिलान करने पर कई सवाल परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों से मेल खाए।
संघ ने इस आधार पर परीक्षा को रद्द करने की मांग की है। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि पेपर की गोपनीयता भंग होने से लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है। इसी को लेकर संघ ने 22 सितंबर को राजधानी देहरादून में बड़े आंदोलन की घोषणा की।
प्रशासन और पुलिस का पक्ष (Police & Administration Statement)
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने रविवार देर रात प्रेस वार्ता कर कहा कि प्रारंभिक जांच में किसी संगठित गिरोह की संलिप्तता सामने नहीं आई है। हालांकि, यह जरूर पाया गया कि एक परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र के कुछ पन्नों की फोटो खींचकर बाहर भेजी गई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में शामिल लोगों की पहचान कर ली है और गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं।
एसएसपी ने कहा कि परीक्षा सुबह 11 बजे शुरू हुई थी और पेपर आउट होने का कोई सबूत पहले नहीं मिला। लेकिन पेपर खत्म होने के बाद करीब 1:30 बजे सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉट वायरल हुए, जिनमें 11:35 बजे के समय के साथ प्रश्न पत्र के फोटो शेयर किए गए थे। इसी आधार पर जांच तेज कर दी गई है।
आयोग की प्रतिक्रिया (UKSSSC Commission’s Reaction)
आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने भी माना है कि परीक्षा से जुड़े तीन पन्ने बाहर आए हैं, लेकिन शुरुआती जांच में वे पढ़ने योग्य नहीं पाए गए। आयोग का कहना है कि परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे और इस बात की जांच की जा रही है कि इसके बावजूद प्रश्न पत्र कैसे बाहर निकला।
युवाओं में आक्रोश (Reaction of Youth)
लगातार पेपर लीक मामलों ने युवाओं का भरोसा डगमगा दिया है। बेरोजगार संघ ने कहा कि अगर सरकार सख्त कदम नहीं उठाती तो प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर परीक्षा रद्द नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
UKSSSC भर्ती परीक्षा का पेपर लीक विवाद अब सड़कों पर आ गया है। एक ओर बेरोजगार संघ रद्दीकरण और सीबीआई जांच की मांग कर रहा है, तो दूसरी ओर प्रशासन धारा 163 लगाकर शांति व्यवस्था बनाए रखने में जुटा है। अब देखना होगा कि इस मामले का समाधान किस तरह निकलता है और क्या युवाओं को न्याय मिल पाता है या फिर यह विवाद भी पिछले मामलों की तरह सिर्फ जांच तक सीमित रह जाएगा।
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