मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में इस वर्ष केदारनाथ धाम यात्रा का सफल और व्यवस्थित संचालन हुआ। अब, केदारनाथ के कपाट बंद होने के बाद, मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार केदारपुरी और पैदल यात्रा मार्ग पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य पवित्र धाम को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाए रखना है।
स्वच्छता अभियान में सुलभ इंटरनेशनल और नगर पंचायत केदारनाथ के लगभग 120 पर्यावरण मित्र सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सुलभ इंटरनेशनल के प्रबंधक धनंजय पाठक ने बताया कि करीब 60 पर्यावरण मित्र इस अभियान में जुटे हैं, और नगर पंचायत के भी इतने ही पर्यावरण मित्र केदारपुरी और यात्रा मार्ग की सफाई में सहयोग कर रहे हैं।
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अभियान की मुख्य गतिविधियाँ
स्वच्छता अभियान के अंतर्गत केदारपुरी और यात्रा मार्ग पर फैले प्लास्टिक कचरे को विशेष रूप से एकत्रित किया जा रहा है। प्लास्टिक कचरे को प्लास्टिक बैगों में जमा कर सोनप्रयाग स्थित कॉम्पेक्टर तक पहुंचाया जाएगा, जहां इसे कॉम्पेक्ट कर उचित निस्तारण के लिए भेजा जाएगा। प्लास्टिक के अलावा, होटल और रेस्तरां के जैविक कचरे का भी निस्तारण किया जा रहा है।
कई दुकान संचालकों द्वारा दुकानों के वेस्ट मटेरियल को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया था। इस अभियान के तहत ऐसे कचरे का भी निस्तारण किया जा रहा है। घोड़े की लीद और अन्य वेस्ट मटेरियल भी नियमित रूप से साफ किए जा रहे हैं ताकि यात्रा मार्ग और केदारपुरी की स्वच्छता बनी रहे।
अभियान का उद्देश्य और प्रभाव
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार चल रहे इस विशेष स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य केदारनाथ धाम और उसके पैदल यात्रा मार्ग को प्लास्टिक मुक्त और स्वच्छ बनाए रखना है। यह न केवल तीर्थयात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस विशेष अभियान से उम्मीद है कि केदारनाथ धाम को शीतकालीन अवधि में पूरी तरह स्वच्छ बनाए रखा जाएगा, ताकि अगले यात्रा सीजन में श्रद्धालुओं का स्वागत एक स्वच्छ और पवित्र धाम में किया जा सके।
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