
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग का जवाड़ी बायपास, जो बदरीनाथ हाईवे को केदारनाथ हाईवे से जोड़ता है, अब लगातार आपदा की दोहरी मार झेल रहा है। पहले जहां इस मार्ग पर भूस्खलन का खतरा बना रहता था, वहीं अब भू-धंसाव ने भी इसे अतिसंवेदनशील क्षेत्र में बदल दिया है।
बायपास पर बने पर्यटन विभाग के पार्क में चौड़ी दरारें पड़ चुकी हैं। पार्क से जुड़ी कैंटीन, पार्किंग और सुरक्षा दीवारें भी भू-धंसाव से क्षतिग्रस्त हो रही हैं। स्थानीय लोग बता रहे हैं कि हर गुजरते दिन के साथ दरारें और चौड़ी हो रही हैं।
इसके अलावा, बिजली आपूर्ति के लिए लगाए गए खंभे भी झुक गए हैं, जो आने वाले दिनों में किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि यदि जल्द ही ठोस उपचारात्मक कार्य नहीं किए गए, तो स्थिति भयावह हो सकती है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी इस क्षेत्र में लगातार भूस्खलन से बचाव के लिए जयका परियोजना के तहत करोड़ों रुपये की लागत से ट्रीटमेंट कार्य कराए गए थे, लेकिन अब भू-धंसाव ने इन कार्यों पर भी संकट के बादल मंडरा दिए हैं।
उधर, उत्याशू-जवाड़ी को जोड़ने वाला सड़क मार्ग भी खस्ताहाल हो चुका है। लगातार हो रहे भू-धंसाव से उत्याशू और जवाड़ी के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते समाधान नहीं किया गया तो भविष्य में यह क्षेत्र बड़े संकट में फंस सकता है।
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