
जिलाधिकारी प्रतीक जैन पहुंचे मक्कुमठ, “सरकार जनता के द्वार” शिविर में सुनीं ग्रामीणों की समस्याएं, मौके पर 27 मामलों का किया निस्तारण
विकासखंड ऊखीमठ के दूरस्थ ग्राम मक्कुमठ में मंगलवार को “सरकार जनता के द्वार” कार्यक्रम के अंतर्गत बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने स्वयं उपस्थित होकर जनसमस्याएं सुनीं, विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया और मौके पर मौजूद अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।
कार्यक्रम की शुरुआत में ग्रामीणों ने पारंपरिक गीत गाकर तथा पुष्पगुच्छ भेंटकर जिलाधिकारी का स्वागत किया। शिविर में जिले के विभिन्न विभागों जैसे उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, स्वास्थ्य, आयुष्मान भारत, सामाजिक कल्याण, कृषि, उद्योग, और ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा सूचना व लाभ से जुड़े स्टॉल लगाए गए।
75 समस्याएं दर्ज, 27 का हुआ त्वरित समाधान
शिविर के दौरान कुल 75 समस्याएं ग्रामीणों द्वारा रखी गईं, जिनमें से 27 मामलों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष समस्याओं को समयबद्ध रूप से हल करने हेतु संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए।
उथिंड के मत्स्य पालक सुनील सिंह रावत ने अपने तालाब को विकसित करने की मांग की ताकि वे अन्य ग्रामीणों को भी रोजगार से जोड़ सकें। सिलगोट की सुनीता देवी ने डुंगर सेमला मार्ग में एक किलोमीटर अतिरिक्त मोटरमार्ग बनाए जाने का आग्रह किया। पेलिंग गांव की रामदेई देवी ने राजस्व अभिलेखों में नाम त्रुटि को सुधारने की मांग रखी, वहीं पाव जगपुड़ा के ग्रामीणों ने वन क्षेत्र में अतिक्रमण की समस्या उठाई।
सड़क मार्गों में गड्ढे, पेयजल आपूर्ति में बाधाएं, मानव-वन्य जीव संघर्ष में मुआवजा, पशुहानि, होमस्टे निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि एवं स्वरोजगार से जुड़ी अनेक समस्याएं ग्रामीणों द्वारा रखी गईं।
जिलाधिकारी ने दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि शिविरों का उद्देश्य अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिविर में प्राप्त प्रत्येक शिकायत का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें और शिकायतकर्ता को समाधान से अवगत भी कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन जनता के द्वार तक जाकर समस्याएं सुनने और हल करने को प्रतिबद्ध है।
नशा मुक्ति की शपथ दिलाई
शिविर में उपस्थित सभी लोगों को जिलाधिकारी ने नशा मुक्त समाज के निर्माण हेतु शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि नशा न केवल व्यक्ति के लिए बल्कि पूरे परिवार और समाज के लिए विनाशकारी है। हमें नशे से दूर रहकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा। कार्यक्रम के पश्चात जिलाधिकारी ने मक्कू ग्राम में स्थापित होमस्टे और पॉलीहाउस का निरीक्षण किया। उन्होंने स्थानीय महिलाओं द्वारा बनाए गए पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी लिया और उनके स्वरोजगार के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चैबे, प्रभारी शिकायत प्रकोष्ठ विनोद भास्कर, जिला पूर्ति अधिकारी के.एस. कोहली, खंड विकास अधिकारी अनुष्का, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेन्द्र बिष्ट, जिला समाज कल्याण अधिकारी, अधिशासी अभियंता विद्युत मनोज कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
Source: जिला सूचना कार्यालय, रुद्रप्रयाग
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