श्रीनगर गढ़वाल: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति की नियुक्ति में हो रही देरी से शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। कुलपति का कार्यकाल 30 अक्टूबर को समाप्त हो चुका है, लेकिन एक महीने बाद भी नई नियुक्ति नहीं हो पाई है।
स्थाई कुलपति की नियुक्ति में देरी के कारण छात्रों को डिग्रियों के वितरण, कन्वोकेशन और अन्य शैक्षणिक प्रक्रियाओं में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासनिक निर्णयों में रुकावट ने भी विश्वविद्यालय की कार्यक्षमता पर असर डाला है।
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ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (AIDSO) ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए 29 नवंबर को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को ज्ञापन सौंपा। नई दिल्ली स्थित शास्त्री भवन में प्रस्तुत इस ज्ञापन में संगठन ने विश्वविद्यालय में जल्द से जल्द स्थाई कुलपति की नियुक्ति की मांग की है।
AIDSO का कहना है कि स्थाई कुलपति की अनुपस्थिति विश्वविद्यालय के संचालन पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। संगठन ने उम्मीद जताई है कि शिक्षा मंत्रालय इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करेगा ताकि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्थाएं फिर से सुचारू रूप से संचालित हो सकें।
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