उत्तराखंड समाचार: 18 नवंबर 2024: एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन ने अपनी लंबित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर एक बार फिर आंदोलन तेज करने की घोषणा की है। संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट, सह मीडिया प्रभारी महावीर सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह राणा, उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला, महासचिव महावीर सिंह रावत, महिला मोर्चा अध्यक्ष सुलोचना देवी, और गढ़वाल मंडल के समस्त पदाधिकारियों ने एकजुट होकर कहा है कि यदि सरकार ने 15 दिसंबर 2024 तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया, तो वे आत्मदाह जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।
18 वर्षों से जारी आंदोलन
गुरिल्ला स्वयंसेवकों ने बताया कि वे पिछले 18 वर्षों से अपनी तीन मुख्य मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन अब तक सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया है। इस लापरवाही से पूरे उत्तराखंड के गुरिल्लाओं में भारी आक्रोश है।
30 नवंबर को आपात बैठक
संगठन ने 30 नवंबर 2024 को श्रीनगर (गढ़वाल) स्थित काली कमली धर्मशाला में एक आपातकालीन बैठक का आयोजन किया है। इस बैठक में गढ़वाल मंडल के सभी ब्लॉक अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, सक्रिय कार्यकर्ता और मीडिया प्रतिनिधि शामिल होंगे। बैठक में आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
आंदोलन की रूपरेखा
- 15 दिसंबर 2024: सरकार को अंतिम समय सीमा।
- 17 दिसंबर 2024: देहरादून कूच।
- 18 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री आवास का घेराव।
गुरिल्ला संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि एक भी सदस्य आंदोलन से भटकता है या स्थिति बिगड़ती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन का उत्तराखंड सरकार को अल्टीमेटम
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