
रुद्रप्रयाग, 25 अगस्त। बद्रीनाथ और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने वाला रुद्रप्रयाग-जवाड़ी बायपास इन दिनों लगातार हो रहे भूस्खलन और भू-धसाव की चपेट में है। लगभग दो किलोमीटर लंबे हिस्से में सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। हाल ही में भूस्खलन के चलते जहां यह मार्ग कई दिनों तक बंद रहा, वहीं अब लगातार हो रहे भू-धसाव के कारण सड़क पर बड़ी-बड़ी दरारें और पैच उभर आए हैं। इससे मार्ग की हालत खस्ताहाल हो गई है और यात्राकाल के दौरान यह गंभीर चिंता का विषय बन सकता है।
यात्रियों की सुविधा के लिए अहम है बायपास
रुद्रप्रयाग-जवाड़ी बायपास केदारनाथ यात्रा के समय बेहद उपयोगी साबित होता है। इस मार्ग से ट्रैफिक को मुख्य बाजार से डायवर्ट किया जाता है, जिससे जाम और भीड़भाड़ से राहत मिलती है। बायपास की वर्तमान स्थिति से यात्रियों और स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ सकती है।
जिलाधिकारी ने जताई चिंता
इस संबंध में केदारटाइम्स से बातचीत में जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा, “रुद्रप्रयाग-जवाड़ी बायपास पर हो रहा भूस्खलन चिंताजनक है। एनएच के इंजीनियर्स लगातार निगरानी रख रहे हैं और जियोलॉजिस्ट से भी बात की गई है। बरसात खत्म होते ही फाइनल असेसमेंट रिपोर्ट जल्द तैयार की जाएगी।” उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह भूस्खलन और भू-धसाव जारी रहा तो आने वाले समय में यह एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
नई बनी NH सुरंग और पुल निर्माण कार्य योजना के लिए भी है अहम
रुद्रप्रयाग में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से सुरंग और पुल का निर्माण किया जा रहा है। जिसके तहत लगभग 850 मीटर हाइवे सुरंग का निर्माण किया जा चुका है। इनका उद्देश्य बद्रीनाथ और केदारनाथ मार्ग को जोड़ने के साथ-साथ रुद्रप्रयाग बाजार क्षेत्र में यातायात का दबाव कम करना है। यात्राकाल के दौरान जवाड़ी बायपास पर होने वाले ट्रैफिक डायवर्जन को भविष्य में इन सुरंग और पुलों के जरिये संचालित किया जाना है। लेकिन बायपास की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इस योजना के भविष्य में प्रभावित होने की भी आशंका है।
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