
रुद्रप्रयाग में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रंगोली प्रतियोगिता आयोजित
रुद्रप्रयाग। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत रुद्रप्रयाग जनपद में आयोजित रंगोली प्रतियोगिता ने छात्रों की रचनात्मकता, राष्ट्रभक्ति और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज रतूड़ा में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करने के लिए जिलाधिकारी प्रतीक जैन स्वयं मौजूद रहे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों की कृतियों को ध्यानपूर्वक देखा, उनकी मेहनत को सराहा और व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक से संवाद करते हुए उनके विषय चयन और प्रस्तुति की प्रशंसा की।
रंगोली प्रतियोगिता में छात्रों ने न केवल पारंपरिक कला और भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत की, बल्कि आधुनिक विज्ञान और तकनीकी प्रगति को भी बखूबी दर्शाया। प्रतियोगिता में प्रस्तुत विषयों में भारतीय सभ्यता, योग, खेल, वास्तुकला, सांस्कृतिक धरोहर, चंद्रयान, आदित्य एल-1 मिशन, अंतरिक्ष यात्री, स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे समसामयिक मुद्दे शामिल रहे। रंग-बिरंगे फूलों, रंगों और विभिन्न सजावटी सामग्री का इस्तेमाल कर छात्राओं ने इन विषयों को अत्यंत सृजनात्मक और आकर्षक रूप में प्रस्तुत किया।
प्रतियोगिता में जनपद के आठ विद्यालयों — पीएम श्री जीआईसी रतूड़ा, कृष ज्योति अकैडमी गुलाबराय, जीजीआईसी रुद्रप्रयाग, जीजीआईसी अगस्त्यमुनि, पीएम श्री अटल उत्कृष्ट जीआईसी रुद्रप्रयाग, एसवीएम बेलनी, अनूप नेगी मेमोरियल पब्लिक स्कूल और एसजीआरआर तिलनी रुद्रप्रयाग — की छात्राओं ने भाग लिया। इन सभी विद्यालयों की प्रतिभागियों ने न केवल कला-कौशल का प्रदर्शन किया बल्कि विषय चयन के माध्यम से सामाजिक और राष्ट्रीय संदेश भी दिए।
निर्णायकों ने लंबे मंथन के बाद प्रतियोगिता के परिणाम घोषित किए, जिसमें प्रथम स्थान कृष ज्योति अकैडमी, गुलाबराय को मिला। द्वितीय स्थान पीएम श्री अटल उत्कृष्ट जीआईसी, रुद्रप्रयाग को प्राप्त हुआ, जबकि तृतीय स्थान अनूप नेगी मेमोरियल पब्लिक स्कूल, गुलाबराय ने हासिल किया। विजेताओं को जिलाधिकारी प्रतीक जैन और उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पुरस्कार और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजन बच्चों में न केवल रचनात्मकता और कलात्मक दृष्टि का विकास करते हैं, बल्कि उनमें राष्ट्रभक्ति और सीखने की निरंतरता की भावना को भी प्रबल करते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कला और शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से जुड़ना चाहिए, ताकि वे जिम्मेदार नागरिक के रूप में देश की प्रगति में योगदान दे सकें। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे अपने घरों पर तिरंगा अवश्य फहराएं और जीवनभर अपने अंदर के बचपन और जिज्ञासा को जीवित रखें।
कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी ने विद्यालय के विज्ञान कक्ष का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं के साथ वैज्ञानिक तकनीक और नवाचार के विषय में चर्चा की, अपने अनुभव साझा किए और उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान अर्जित करना नहीं, बल्कि जीवन में नवाचार और सकारात्मक बदलाव लाना भी है।
इस रंगोली प्रतियोगिता में विद्यार्थियों का उत्साह और उनकी मेहनत साफ झलक रही थी। दर्शकों और निर्णायकों के लिए यह तय करना आसान नहीं था कि कौन सी प्रस्तुति सबसे श्रेष्ठ है, क्योंकि हर रंगोली में एक अलग कहानी, संदेश और सोच समाहित थी। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र बिष्ट, प्राचार्य डायट रतूड़ा सी. पी. रतूड़ी, प्रधानाचार्य पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज रतूड़ा देश भंडारी, शिक्षकगण, अभिभावक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने प्रतियोगिता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से छात्रों में आत्मविश्वास, टीमवर्क और रचनात्मकता का विकास होता है, जो उनके भविष्य के लिए बेहद आवश्यक है।
रंगोली प्रतियोगिता के साथ-साथ यह आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव का एक सशक्त प्रतीक भी बना, जिसमें अतीत की गौरवशाली विरासत और भविष्य की वैज्ञानिक प्रगति का सुंदर संगम देखने को मिला।
Source: जिला सूचना कार्यालय, रुद्रप्रयाग
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