चार महीने की तैयारी में पास की JRF
किरन रावत, जो रुद्रप्रयाग के चोपता जाखणी गांव की रहने वाली हैं, ने बताया कि उन्होंने मात्र चार महीने की कड़ी मेहनत के बाद हिंदी विषय में जेआरएफ परीक्षा को पास किया। वर्तमान में वह राजकीय इंटर कॉलेज ग्वेफड, रुद्रप्रयाग में हिंदी की प्रवक्ता के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले, वह 2019 से राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अगस्त्यमुनि में एलटी (LT) के पद पर भी काम कर चुकी हैं।
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय से कर रही हैं पीएचडी
किरन इस समय सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा से हिंदी विषय में पीएचडी कर रही हैं। इसके अलावा, उन्होंने 2018 में बाल विकास निर्भया प्रकोष्ठ में संविदा के पद पर भी सेवाएं दी थीं। उनके पति हर्षवर्धन रावत पुलिस कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं और उनकी इस सफलता में पूरा सहयोग दे रहे हैं।
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शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों का बढ़ता योगदान
उत्तराखंड की बेटियां शिक्षा, प्रशासन और अन्य क्षेत्रों में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। किरन रावत की इस सफलता से आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी और यह दर्शाता है कि दृढ़ संकल्प और मेहनत से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है।
किरन की इस सफलता के बाद से उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। उनके विद्यार्थियों प्रियंका और पद्मा ने भी पहली बार में नेट परीक्षा पास कर, उनकी मेहनत का प्रमाण दिया है।
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