
Bedroom Vastu Tips: वास्तु अनुसार बिस्तर की दिशा, बेडरूम डिजाइन के लिए आसान टिप्स
Bedroom Vastu Tips: कभी-कभी छोटे-छोटे बदलाव आपकी ज़िंदगी में बड़ा फर्क ला सकते हैं। खासकर जब बात आपके घर के सबसे पर्सनल स्पेस यानी बेडरूम की हो। अगर आप वास्तु के अनुसार अपने बेडरूम की दिशा और डिज़ाइन में थोड़ा सा भी बदलाव करते हैं, तो आप अपने जीवन में शांति, स्वास्थ्य और खुशहाली का स्वागत कर सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में बिस्तर की सही दिशा तय करना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि गलत दिशा में सोने से न सिर्फ नींद प्रभावित होती है, बल्कि रिश्तों में भी तनाव आ सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको बेडरूम और बिस्तर से जुड़े सभी वास्तु टिप्स देंगे, ताकि आप अपने घर में पॉजिटिव वाइब्स को बढ़ा सकें।
बेडरूम वास्तु: जानें कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेडरूम सिर्फ सोने का स्थान नहीं है, बल्कि यह आपकी ऊर्जा को रिचार्ज करने का जरिया भी है। एक सही दिशा में बनाया गया बेडरूम और उसमें रखा बिस्तर आपके मन को शांति, रिश्तों में मधुरता और जीवन में सफलता दे सकता है। चलिए, पहले जानते हैं बेडरूम से जुड़े कुछ मूल बातें:
वास्तु बिंदु | सुझाव |
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बिस्तर की दिशा | दक्षिण-पश्चिम (South-West) |
सोते समय सिर की दिशा | दक्षिण या पूर्व |
बिस्तर की स्थिति से बचाव | घर का मध्य, उत्तर दिशा, टॉयलेट की दीवार के पास |
बिस्तर के लिए सामग्री | प्राकृतिक लकड़ी |
बेडरूम रंग | मिट्टी के रंग, हल्का नीला, सफेद, हरा |
किन रंगों से बचें | गहरा नीला, काला |
शुभ पौधे | मनी प्लांट, बांस, लैवेंडर |
वास्तु के अनुसार सही बेडरूम दिशा कौन सी है?
दक्षिण-पश्चिम दिशा को वास्तु शास्त्र में सबसे बेहतरीन बेडरूम दिशा माना जाता है। यह दिशा स्थिरता, शक्ति और समृद्धि का प्रतीक है। यदि आपका मास्टर बेडरूम इस दिशा में है, तो घर के मुखिया के स्वास्थ्य, रिश्तों और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
अगर किसी कारणवश इस दिशा में बेडरूम बनाना संभव नहीं है, तो पश्चिम, उत्तर-पश्चिम या उत्तर दिशा को भी चुना जा सकता है।
वास्तु के अनुसार बेड की स्थिति कैसी होनी चाहिए?
बेड की स्थिति तय करते समय ध्यान रखें कि बिस्तर का सिरहाना (हेडबोर्ड) दक्षिण या पूर्व दिशा में हो। इससे शरीर और दिमाग दोनों को सुकून मिलता है। कोशिश करें कि बिस्तर कमरे के एकदम कोने में न हो और न ही दरवाजे के सामने। पलंग के दोनों तरफ खुला स्थान होना चाहिए ताकि ऊर्जा का संतुलन बना रहे।
इस स्थान पर बिस्तर लगाने से बचें
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कोना: कोनों में बेड लगाने से एनर्जी फ्लो ब्लॉक हो सकता है।
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दीवार से चिपका बिस्तर: पलंग का सिर्फ एक सिरा दीवार से सटा हो, ऐसा न हो।
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रसोई के ऊपर: किचन के ऊपर या नीचे बेडरूम रखना वास्तु दोष माना जाता है।
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घर का मध्य (ब्रह्मस्थान): घर के बीच में बेडरूम या बिस्तर नहीं होना चाहिए।
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टॉयलेट के पीछे: शौचालय की दीवार से सटी दीवार पर बिस्तर न लगाएं।
बिस्तर की दिशा से बचें
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उत्तर दिशा: सिर उत्तर की ओर करके सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
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उत्तर-पूर्व दिशा: मानसिक तनाव और बीमारियों का कारण बन सकती है।
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दक्षिण-पूर्व दिशा: घबराहट और बेचैनी की समस्याएं बढ़ सकती हैं।
मास्टर बेडरूम के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा आदर्श क्यों है?
दक्षिण-पश्चिम दिशा पृथ्वी तत्व से जुड़ी होती है, जो स्थिरता और सुरक्षा को दर्शाती है। जब मास्टर बेडरूम इस दिशा में होता है, तो जीवन में स्थिरता, लंबी उम्र और परिवार में सामंजस्य बना रहता है। खासकर दंपतियों के लिए, यह दिशा रिश्तों को मजबूत करने का काम करती है।
मास्टर बेडरूम वास्तु के अनुसार क्यों महत्वपूर्ण है?
मास्टर बेडरूम वह स्थान है जो घर के मुखिया की ऊर्जा को प्रभावित करता है। यदि यहां वास्तु दोष हो, तो पूरे परिवार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए:
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मास्टर बेडरूम दक्षिण-पश्चिम में रखें।
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बिस्तर दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके रखें।
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बेड के नीचे खाली जगह न छोड़ें। यदि स्टोरेज हो, तो उसमें केवल साफ-सुथरी चीजें रखें।
उत्तर-पूर्व दिशा में बेडरूम का निर्माण करने से बचें
उत्तर-पूर्व दिशा का संबंध मानसिक विकास और आध्यात्मिकता से होता है। इस दिशा में बेडरूम बनाना चिंता, भ्रम और थकान का कारण बन सकता है। इसलिए इस दिशा में पूजा स्थल बनाना ज्यादा अच्छा है।
दक्षिण-पूर्व दिशा में न बनाएं बेडरूम
दक्षिण-पूर्व दिशा अग्नि तत्व से जुड़ी होती है। इस दिशा में बेडरूम होने से कपल्स में झगड़े और असहमति बढ़ सकती है। यहां किचन बनाना ज्यादा बेहतर माना जाता है।
परिवार के हर सदस्य के लिए सर्वोत्तम शयन कक्ष दिशा
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मुखिया: दक्षिण-पश्चिम
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बच्चे: उत्तर या पश्चिम
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अतिथि: उत्तर-पश्चिम
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वरिष्ठ नागरिक: दक्षिण या पूर्व दिशा
क्या आप दक्षिण दिशा में एक बेडरूम डिजाइन कर सकते हैं?
हाँ, दक्षिण दिशा भी बेडरूम के लिए ठीक मानी जाती है, लेकिन इस दिशा में विशेष ध्यान देना चाहिए कि हेडबोर्ड दक्षिण दिशा में हो और बेड की स्थिति मजबूत हो। इससे स्वास्थ्य और मानसिक स्थिरता बनी रहती है।
पूर्वोत्तर दिशा में बेडरूम न बनाएं
जैसा कि पहले बताया गया, पूर्वोत्तर दिशा में बेडरूम से बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इस दिशा को हमेशा पूजा या ध्यान कक्ष के लिए आरक्षित करें।
वास्तु के अनुसार सोने की दिशा
सबसे शुभ सोने की दिशा: सिर दक्षिण दिशा की ओर और पैर उत्तर दिशा की ओर।
वैकल्पिक दिशा: सिर पूर्व की ओर और पैर पश्चिम की ओर।
बचने वाली दिशा: सिर उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर।
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बेडरूम की छत के लिए वास्तु टिप्स
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बेडरूम की छत सपाट और हल्के रंग की होनी चाहिए।
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बीम के ठीक नीचे बिस्तर न रखें।
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छत पर डेकोरेटिव पैनल्स या फाल्स सीलिंग से बचें।
अटैच बाथरूम वाले बेडरूम को लेकर वास्तु शास्त्र क्या कहता है?
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बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें।
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बाथरूम को बेडरूम से थोड़ा अलग और साफ रखें।
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बाथरूम से आने वाली नमी से बचने के लिए अच्छी वेंटिलेशन रखें।
बेडरूम के लिए वास्तु संबंधी क्या करें और क्या न करें
क्या करें:
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दीवारों पर हल्के रंगों का पेंट कराएं।
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साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें।
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प्राकृतिक पौधे लगाएं।
क्या न करें:
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बेड के नीचे गंदगी या टूटे-फूटे सामान न रखें।
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बहुत अधिक इलेक्ट्रॉनिक्स न रखें।
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बहुत गहरे रंग या काले रंग से बचें।
बेडरूम वास्तु: उपयोगी टिप्स
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हमेशा एक ही बड़े गद्दे का इस्तेमाल करें।
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मिरर को बेड के सामने न लगाएं।
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बेडरूम में धार्मिक तस्वीरें या हथियारों की तस्वीरें न रखें।
बेडरूम के लिए वास्तु सुझाव
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पूर्व दिशा में खुलने वाली खिड़कियां रखें।
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प्राकृतिक रोशनी आने दें।
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बेडरूम में आरामदायक और शांत वातावरण बनाएं।
बेडरूम में वास्तु दोष के लिए उपाय
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वास्तु दोष निवारण के लिए स्फटिक पिरामिड रखें।
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नौमुखी रुद्राक्ष को बेडरूम में रखें।
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वास्तु दोष निवारण मंत्रों का जाप करें।
अच्छी नींद के लिए वास्तु टिप्स
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बेडरूम में फ्रेश फ्लावर रखें।
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तेज़ आवाज़ या रोशनी से बचें।
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सोने से पहले मोबाइल फोन दूर रखें।
बच्चों के बेडरूम को सजाने के लिए वास्तु टिप्स
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बच्चों के बेडरूम को उत्तर या पश्चिम दिशा में बनाएं।
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हरे या हल्के नीले रंग का पेंट कराएं।
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पढ़ाई के लिए उत्तर-पूर्व दिशा में स्टडी टेबल रखें।
बेडरूम वास्तु रंग
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सफेद, क्रीम, हल्का नीला, हल्का गुलाबी, और हल्का हरा सबसे अच्छे माने जाते हैं।
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गहरे, उग्र और भारी रंगों से बचें।
वरिष्ठ नागरिकों के बेडरूम के लिए वास्तु
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दक्षिण दिशा में बनाएं।
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शांत रंगों का चयन करें।
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आरामदायक बिस्तर और पर्याप्त वेंटिलेशन हो।
गेस्ट बेडरूम के लिए वास्तु
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उत्तर-पश्चिम दिशा में गेस्ट रूम बनाना शुभ माना जाता है।
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मेहमानों के लिए साफ, शांत और स्वागत योग्य वातावरण बनाएं।
वास्तु के अनुसार बेडरूम के लिए पौधे
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मनी प्लांट: समृद्धि बढ़ाने के लिए।
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बांस का पौधा: सकारात्मक ऊर्जा के लिए।
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लैवेंडर: शांति और अच्छी नींद के लिए।
बेडरूम की बालकनी के लिए वास्तु
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बालकनी पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए।
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बालकनी में हल्के रंग का फर्नीचर और प्राकृतिक पौधे रखें।
सही दिशा का चुनाव करें
बिस्तर को हमेशा पूर्व, उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाएं। सोते समय सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में और पैर उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर होने चाहिए। इससे नींद गहरी और ऊर्जा पॉजिटिव बनी रहती है।
बेडरूम का दरवाजा बंद रखें
वास्तु के अनुसार, बेडरूम का मुख्य दरवाजा हमेशा बंद रहना चाहिए। खुला दरवाजा डर, तनाव और निगेटिव एनर्जी को बुलावा देता है।
बाथरूम का दरवाजा बंद रखें
अगर आपके बेडरूम में अटैच्ड बाथरूम है, तो उसका दरवाजा हमेशा बंद रखें। बिस्तर को बाथरूम के सामने नहीं रखना चाहिए, इससे मानसिक बेचैनी हो सकती है।
दर्पण का सही स्थान चुनें
बेड के सामने दर्पण बिल्कुल न लगाएं। अगर ड्रेसिंग टेबल है, तो उसे उत्तर या पूर्व दिशा की दीवार पर रखें। सही दिशा में रखा दर्पण ऊर्जा के बहाव को संतुलित करता है।
वेंटिलेशन और सीढ़ियों का स्थान
सीढ़ियों को घर के केंद्र में नहीं बनवाना चाहिए। इन्हें उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर (घड़ी की दिशा में) बनाना शुभ होता है। रोजाना बेडरूम की खिड़कियां खोलें ताकि ताजा हवा और प्राकृतिक रोशनी भीतर आए।
बीम से बचाव
अगर आपका बिस्तर किसी बीम के नीचे आता है तो इसे तुरंत बदलें, क्योंकि इससे नींद में बाधा आ सकती है और तनाव भी बढ़ सकता है।
पानी वाली चीजों से बचें
बेडरूम में फिश टैंक, पानी का फव्वारा या पानी से जुड़ी कोई भी वस्तु रखने से अनिद्रा और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। खासकर दक्षिण-पूर्व दिशा में पानी की वस्तुएं न रखें।
नकारात्मक ऊर्जा हटाएं
हफ्ते में एक बार नमक मिले पानी से फर्श की सफाई करें। बिस्तर के नीचे कबाड़ या फालतू सामान न रखें, इससे ऊर्जा का प्रवाह रुकता है।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी
सोने से कुछ घंटे पहले लैपटॉप, मोबाइल और टीवी जैसी चीजों का प्रयोग न करें। नीली रोशनी नींद के हार्मोन मेलाटोनिन को प्रभावित करती है।
बेडरूम में वर्कस्पेस न बनाएं
बेडरूम आराम का स्थान है, काम का नहीं। इसलिए बिस्तर के पास वर्क डेस्क न लगाएं। इससे मानसिक शांति भंग होती है।
पुराना गद्दा बदलें
बहुत पुराना गद्दा स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ा सकता है। समय-समय पर गद्दा बदलें और चादरें भी नियमित साफ करें।
व्यायाम उपकरण न रखें
बेडरूम में ट्रेडमिल, साइकलिंग मशीन जैसी हैवी इक्विपमेंट न रखें। ये ऊर्जा का संतुलन बिगाड़ते हैं।
बेडरूम के लिए और भी असरदार वास्तु सुझाव
बेड बॉक्स की सफाई
बेड बॉक्स में सिर्फ जरूरी सामान रखें। टूटी घड़ियां, पुराने कपड़े या टूटी चीजें स्टोर न करें। इससे बेडरूम में स्थिर और भारी ऊर्जा आ सकती है।
हेडबोर्ड की सही दिशा
हेडबोर्ड को पूर्व या दक्षिण दिशा में रखें। सोते समय सिर इस दिशा में होना चाहिए ताकि ऊर्जा का प्रवाह मजबूत हो।
फर्नीचर की प्लेसमेंट
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स्टडी डेस्क या वर्क स्टेशन उत्तर या पूर्व दिशा में रखें।
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भारी अलमारी दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम कोने में रखें।
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ड्रेसिंग टेबल को बेड के साइड में और टीवी यूनिट को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
बेडकवर और रंगों का महत्व
बेडशीट के हल्के रंग जैसे गुलाबी, क्रीम, सफेद या हल्का हरा चुनें। गहरे रंगों और ज्यामितीय पैटर्न वाली चादरों से बचें। कपल्स के लिए हल्के गुलाबी या आड़ू रंग की चादरें शुभ मानी जाती हैं।
अलमारी का स्थान और रंग
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अलमारी दक्षिण या पश्चिम दिशा की दीवार पर रखें।
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हल्के रंगों वाली अलमारी (सफेद, क्रीम, हल्का ग्रे) चुनें।
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लोहे और लकड़ी की बनी अलमारी श्रेष्ठ मानी जाती है।
बेडरूम को और भी पॉजिटिव बनाने के उपाय
अरोमाथेरेपी का कमाल
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सुगंधित मोमबत्तियां, डिफ्यूज़र और ताजे फूलों से बेडरूम में फ्रेशनेस बढ़ाएं।
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चमेली या लैवेंडर जैसी ताजगी भरी खुशबू चुने।
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पीस लिली जैसे पौधे लगाकर शांति का माहौल बनाएं।
होम ऑफिस और बुकशेल्फ का वास्तु
वर्क डेस्क या बुकशेल्फ को पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम कोने में रखें। काम करते समय चेहरा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। बिस्तर पर बैठकर काम करने से बचें।
बेडरूम लाइटिंग वास्तु
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कमरे में भरपूर प्राकृतिक रोशनी आने दें।
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लाइटिंग सॉफ्ट और डिफ्यूज्ड रखें।
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खराब बल्ब और टूटी लाइट फिटिंग्स तुरंत बदलें।
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रोशनी उत्तर-पूर्व दिशा से आती हो तो सबसे बेहतर है।
दर्पण लगाने के वास्तु नियम
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बेड के ठीक सामने दर्पण न लगाएं।
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ड्रेसिंग टेबल को उत्तर या पूर्व दिशा में रखें।
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अलमारी पर दर्पण लगाने से बचें।
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दो दर्पणों को आमने-सामने न लगाएं।
फर्श का सही चुनाव
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बेडरूम के लिए लकड़ी का फर्श शुभ है।
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संगमरमर या टाइल्स ले रहे हों तो हल्के रंग (क्रीम, बेज) चुनें।
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फर्श समतल और दरार रहित होना चाहिए।
फ्रेंच विंडोज का वास्तु
उत्तर दिशा में बड़ी खिड़कियां बनवाएं। इससे धन, सुख और समृद्धि का प्रवाह मजबूत होता है।
अलमारी के ऊपर लॉफ्ट
बिस्तर के ठीक ऊपर लॉफ्ट न बनवाएं। इससे नींद और हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है।
बेडरूम में मंदिर: करें या नहीं?
वास्तु के अनुसार, बेडरूम में मंदिर बनाना सही नहीं है। फिर भी अगर ज़रूरत हो, तो छोटा सा पूजा स्थान उत्तर-पूर्व कोने में बनाएं। ध्यान रहे कि सोते समय पैर मंदिर की ओर न हों।
बच्चों के बेडरूम के लिए वास्तु टिप्स
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बच्चों का कमरा पश्चिम दिशा में बनाएं और दरवाजा पूर्व दिशा की ओर रखें।
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कमरे के दरवाजे पर कोई बोर्ड या नेमप्लेट न लगाएं।
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बिस्तर की दिशा दरवाजे के सामने न रखें।
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कमरे में नुकीले कोनों से बचें और लकड़ी का फर्नीचर इस्तेमाल करें।
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पढ़ाई की मेज पूर्व या उत्तर दिशा में रखें। मेज का आकार चौकोर या आयताकार हो।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q. क्या वास्तु अनुसार बेडरूम में आईना लगाना सही है?
A. हाँ, लेकिन आईना बिस्तर के सामने नहीं होना चाहिए।
Q. बेडरूम में किस दिशा में खिड़की होनी चाहिए?
A. पूर्व या उत्तर दिशा में।
Q. क्या बेडरूम में टीवी रखना सही है?
A. वास्तु अनुसार, बेडरूम को इलेक्ट्रॉनिक्स-फ्री रखना बेहतर है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप अपने बेडरूम की दिशा, रंग, सजावट और फर्नीचर का सही तरीके से ध्यान रखते हैं, तो आपकी ज़िंदगी में सुख-शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रवाह बना रहेगा। थोड़ा सा प्रयास करके आप अपने घर को एक पॉजिटिव एनर्जी से भर सकते हैं!
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