बिहार के नवादा जिले के रहने वाले संतोष लोहार ने एक असाधारण घटना को अंजाम दिया, जिसने सबको चौंका दिया है। पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले अक्सर यह सुनते हैं कि “आदमी ने कुत्ते को काटा” वाली घटना असाधारण होती है और खबर बनती है। संतोष ने इस उदाहरण को सही साबित करते हुए सांप को काटकर यह दिखा दिया कि असाधारण घटनाएं वास्तव में खबर बनती हैं।
घटना का विवरण
आजतक से जुड़े प्रतीक भान के इनपुट्स के मुताब़िक, संतोष लोहार रेलवे लाइन बिछाने का काम करते हैं। बीती 2 जुलाई की रात जब संतोष अपने बेस कैंप में सो रहे थे, तभी एक सांप ने उन पर हमला कर दिया। लेकिन संतोष ने डरने के बजाय साहस का परिचय देते हुए सांप को लोहे के सरिये से पकड़ा और तीन बार काट खाया। संतोष ने इतनी जोर से सांप को काटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
संतोष का बयान
इस घटना के बाद संतोष को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। आजतक से बातचीत करते हुए संतोष ने बताया, “सांप ने जैसे ही मुझे काटा, मैंने सरिये से उसे उठाया और उसका सिर पकड़ा। उसने मुझे दो बार काटा था, और मैंने उसे तीन बार काट लिया। हमारे गांव में एक टोटका है कि अगर सांप आपको एक बार काटे तो आप उसे दो बार काट लें, और दो बार काटे तो तीन बार काट लीजिए। इससे आपके शरीर में सांप का ज़हर नहीं फैलेगा और सांप मर जाएगा।”
स्वास्थ्य स्थिति
संतोष की तबीयत एक दिन में ठीक हो गई और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। संतोष की साहसिकता और त्वरित प्रतिक्रिया ने उन्हें जिंदा रखा, जबकि सांप की मौत हो गई।
पूर्व की घटनाएँ
इससे पहले, उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में एक व्यक्ति को लगभग दो महीनों में पांच बार सांप ने काट लिया था। इस घटना ने भी काफी चर्चा बटोरी थी।
सांप के काटने के बाद क्या करें?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, सांप के काटने के तुरंत बाद जल्द से जल्द अस्पताल की सहायता लेनी चाहिए। काटने के 4 घंटे के अंदर ही एंटीवेनम का इंजेक्शन लगवा लेने से इंसान को मृत्यु से बचाया जा सकता है।
संतोष लोहार की यह असाधारण घटना निश्चित रूप से पत्रकारिता के छात्रों के लिए एक उदाहरण है कि असाधारण, दुर्लभ और विचित्र घटनाएं ही असली खबर बनती हैं। संतोष की बहादुरी और त्वरित प्रतिक्रिया ने उन्हें औरों से अलग बना दिया है।