
Chamoli Glacier Burst 2025: 47 मजदूरों को बचाया गया, 8 की तलाश जारी, कई घायलों की हालत गंभीर
Uttarakhand Chamoli Glacier Burst 2025: 28 फरवरी 2025 की सुबह उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने से भारी हिमस्खलन हुआ, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस आपदा में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) के कैंप को नुकसान पहुंचा है और कई रास्ते बंद हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी है, अब तक 47 मजदूरों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि 8 अन्य की तलाश अभी भी जारी है।
मुख्य बिंदु:
- 47 मजदूरों को बचाया गया, 8 लापता की खोज जारी
- कई घायलों की हालत गंभीर, सेना के मेडिकल कैंप में उपचार जारी
- सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राहत कार्यों की समीक्षा की
- हेलीकॉप्टर के जरिए राहत सामग्री और बचाव कार्य जारी
- उत्तराखंड के कई जिलों में हिमस्खलन को लेकर रेड अलर्ट
Chamoli Glacier Burst: बचाव कार्य जारी
हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य तेज़ी से चल रहा है। भारतीय सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार काम कर रही हैं। हेलीकॉप्टर सेवाएं भी शुरू कर दी गई हैं, जिससे घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में पहुंचाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों से फोन पर राहत कार्यों की जानकारी ली और निर्देश दिए कि गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट कर बड़े अस्पतालों में भर्ती कराया जाए।
घायलों की हालत गंभीर
शुक्रवार को हुए हिमस्खलन में BRO कैंप में 57 मजदूर फंस गए थे, जिनमें से 47 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें सेना के मेडिकल कैंप में प्राथमिक उपचार के बाद उच्च चिकित्सा केंद्रों में भेजा गया है।
बर्फबारी से रास्ते अवरुद्ध, जनजीवन प्रभावित
भारी बर्फबारी के कारण कई महत्वपूर्ण मार्ग बंद हो गए हैं:
- गंगोत्री हाईवे – गंगनानी से आगे यातायात बंद
- डबरानी क्षेत्र – हिमस्खलन के कारण रास्ता अवरुद्ध
- जोशीमठ-बदरीनाथ मार्ग – यातायात प्रभावित
मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिनों तक खराब मौसम की चेतावनी जारी की है, जिससे बचाव कार्यों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
रेड अलर्ट जारी – खतरा अभी टला नहीं
उत्तराखंड के कई जिलों में हिमस्खलन को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है:
- उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर सबसे अधिक प्रभावित हैं।
- गोपेश्वर के 40 से अधिक गांव पूरी तरह हिमाच्छादित हो चुके हैं।
- औली, बदरीनाथ, जोशीमठ, मलारी और गोपेश्वर-चोपता हाईवे बाधित हैं।
स्थानीय प्रशासन ने ऊंचाई वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
बचाव कार्य और राहत प्रयास
- बर्फ हटाने के लिए विशेष मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।
- प्रभावित इलाकों में खाद्य सामग्री और दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं।
- बर्फबारी से प्रभावित लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में ठहराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद चमोली दौरे पर रवाना हो चुके हैं, जिससे बचाव कार्यों में और तेज़ी आने की उम्मीद है।
Chamoli Glacier Burst 2025 उत्तराखंड के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है। राहत कार्य जारी है, लेकिन अब भी 8 मजदूर लापता हैं और कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है। प्रशासन, सेना और बचाव एजेंसियां पूरी ताकत से काम कर रही हैं, लेकिन मौसम की चुनौती अभी भी बनी हुई है।
आगे की अपडेट्स के लिए जुड़े रहें!
माणा कैंप के पास हिमस्खलन, 57 मजदूर दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
UPSSSC VDO New Vacancy 2025: जानें ग्राम विकास अधिकारी की योग्यता, आयु और फॉर्म भरने का तरीका।
अगर आपको उत्तराखंड से सम्बंधित यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे Facebook | Twitter | Instagram व | Youtube शेयर करें।