शहीद स्मारक स्थल पर आयोजित इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। उन्होंने शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके अदम्य साहस व बलिदान को नमन किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, उनके परिजनों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
डॉ. आशीष चौहान ने कार्यक्रम की शुरुआत संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में दीप प्रज्ज्वलित कर की। उन्होंने कहा, “1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना ने अपनी वीरता और पराक्रम से पाकिस्तानी सेना को पराजित किया और इतिहास रचा। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना के 93,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया, और यह विजय भारतीय सेना की असाधारण वीरता और बलिदान का प्रतीक है, जिसे हमेशा याद रखा जाएगा।”
उत्तराखंड के 255 वीर जवान हुए थे शहीद
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी मेजर करन सिंह ने बताया कि 1971 के युद्ध में उत्तराखंड राज्य के कुल 255 वीर जवान शहीद हुए, जिनमें से 38 शहीद जवान जनपद पौड़ी गढ़वाल से थे। विजय दिवस पर इन वीर जवानों के बलिदान को विशेष रूप से स्मरण किया गया।
स्कूली छात्रों द्वारा प्रभात फेरी और सांस्कृतिक कार्यक्रम
विजय दिवस के अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं ने प्रभात फेरी का आयोजन किया, जो एजेंसी चौक से राजकीय प्रेक्षागृह तक निकाली गई। इसके बाद, छात्रों ने देशभक्ति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जो कार्यक्रम की गरिमा में चार चांद लगा गए। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया।
- निबंध प्रतियोगिता में पहला स्थान ऐश्वर्या, दूसरा स्थान अमन, और तीसरा स्थान मरियम ने प्राप्त किया।
- चित्रकला प्रतियोगिता में पहला स्थान शिफात अली, दूसरा स्थान दिशा, और तीसरा स्थान रितिका ने प्राप्त किया।
- क्रॉस कंट्री दौड़ में बालक वर्ग में पहला स्थान विजय, दूसरा स्थान धर्मेश, और तीसरा स्थान जीवन ने प्राप्त किया। बालिका वर्ग में पहला स्थान मीनाक्षी, दूसरा स्थान निधि, और तीसरा स्थान सुमन ने हासिल किया।
गणमान्य व्यक्तियों और पूर्व सैनिकों का सम्मान
कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा मुख्य शिक्षा अधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, पूर्व सैनिक संगठन अध्यक्ष राजेंद्र राणा, और अन्य प्रमुख गणमान्य अधिकारी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
कर्नल ओम प्रकाश फर्स्वाण (अ.प्रा.), ऑर्डिनरी कैप्टन सत्य प्रसाद धस्माना, मातबर सिंह, वीरेंद्र सिंह, श्रीचंद सिंह रावत, सुशीला देवी, चैला देवी, बसंती देवी, और सुमित्रा देवी जैसे शहीदों के परिजन भी इस अवसर पर मौजूद थे।
यह आयोजन न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था, बल्कि यह कार्यक्रम उत्तराखंड की वीरता और देशभक्ति की भावना को भी उजागर करता है।
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