देहरादून – 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बेरोजगार संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री आवास कूच करने के मामले में अब पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने 25 नामजद और 50-60 अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने और बलवे सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार, बेरोजगार संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर बिना अनुमति के मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया था। शासन-प्रशासन द्वारा इस प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई थी। पुलिस ने शांति और कानून व्यवस्था के मद्देनजर सभी प्रदर्शनकारियों को हाथीबड़कला बैरियर पर रोका था। इस दौरान बेरोजगार संगठन के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उपद्रव किया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इससे सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे बुजुर्ग, बीमार व्यक्ति, छोटे बच्चे और एम्बुलेंस को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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पुलिस ने इस मामले में बेरोजगार संघ के कार्यकर्ताओं राम कंडवाल, बॉबी पंवार, अखिल तोमर, पीयूष जोशी, विशाल चौहान, सुरेश सिंह, नितिन दत्त, भूपेन्द्र कोरंगा, जयपाल चौहान, विनोद चौहान, मोहित, नीरज तिवारी, कुसुम लता बौड़ाई, सचिन पुरोहित, संजय सिंह, अरविन्द पंवार, दिव्य चौहान, डिम्पल नेगी, विरेन्द्र चिरवान, रेनू, प्रियांशी, बिट्टू वर्मा, पूनम कैन्तुरा, अभिषेक सिंह और दीपक सहित अज्ञात 50-60 अन्य व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2), 190, 126, 121, 132 और उत्तराखंड लोक संपत्ति निवारण अधिनियम की धारा 2 और 3 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है।
एसएसपी अजय सिंह ने युवाओं से अपील की है कि वे इस तरह के अनावश्यक विरोध प्रदर्शनों में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार के राजनीतिक बहकावे से बचना चाहिए और अपनी मांगों को संविधानिक और लोकतांत्रिक तरीके से उचित मंच पर उठाना चाहिए।
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