टिहरी: उत्तराखंड के टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के हिंदाव और ग्यारह गांव पट्टी में सक्रिय नरभक्षी गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग ने व्यापक तैयारी की है। इस खतरे से निपटने के लिए 22 फॉरेस्ट गार्डों की टीम तैयार की गई है, साथ ही छह शूटर तैनात किए गए हैं। गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अब ड्रोन कैमरों की मदद ली जा रही है, और ट्रैप कैमरों की संख्या को भी आठ से बढ़ाकर 20 कर दिया गया है।
हाल ही में ग्राम पंचायत कोट महर गांव में 13 साल की साक्षी की गुलदार के हमले में मौत हो गई थी, जिसके बाद स्थिति और गंभीर हो गई है। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की टीमों ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग ने गुलदार प्रभावित प्राथमिक विद्यालयों में तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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ग्रामीणों का आक्रोश और उग्र आंदोलन की चेतावनी
शनिवार रात को विधायक शक्ति लाल शाह, डीएफओ पुनीत तोमर, और ब्लॉक प्रमुख बासुमति घणाता गांव पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने तीन महीनों में तीन बच्चों की मौत होने और अब तक गुलदार न पकड़े जाने पर जमकर नाराजगी जताई। ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर गुलदार को मारा नहीं गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
शूटरों की टीम और सुरक्षा इंतजाम
वन विभाग ने गुलदार की लोकेशन ट्रेस करने के लिए ड्रोन और 20 ट्रैप कैमरों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। गुलदार को मारने के लिए तैनात शूटरों की टीम में जाॅय हुकिल, जसवंत पंवार, प्रकाश चंद्र सती, जहीर बख्शी, भीम सिंह, और लखपत सिंह रावत जैसे अनुभवी शूटर शामिल हैं।
इस समय वन विभाग, पुलिस, और राजस्व विभाग की टीमें घटनास्थल पर सतर्कता से निगरानी कर रही हैं, ताकि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान हो सके और ग्रामीणों को राहत मिल सके।
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