प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखंडवासियों को शुभकामनाएं दीं, और राज्य के विकास की दिशा में डबल इंजन सरकार की भूमिका की सराहना की। देहरादून के पुलिस लाइन में आयोजित रैतिक परेड को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित करते हुए उन्होंने उत्तराखंड के उज्जवल भविष्य की यात्रा के लिए प्रदेशवासियों से नौ आग्रह किए।
उत्तराखंड के विकास पर प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष की शुरुआत का स्वागत करते हुए कहा कि अगले 25 वर्षों में राज्य को देश के अग्रणी राज्यों में स्थापित करने का संकल्प लिया गया है। प्रधानमंत्री ने प्रदेश के लिए श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि अलग राज्य के रूप में उत्तराखंड के सपने को उनके नेतृत्व में साकार किया गया। उन्होंने उत्तराखंड को “अपने दशक” में देखते हुए कई विकास कार्यों की प्रशंसा की, जैसे कि स्टेट जीडीपी का बढ़ना, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर और औद्योगिक विकास।
विकास परियोजनाओं का उल्लेख
प्रधानमंत्री ने विकास के आंकड़े साझा करते हुए बताया कि:
- नल से जल: 2014 से पहले जहां केवल 5% घरों में नल से जल था, अब यह करीब 96% घरों में पहुंच चुका है।
- सड़कों का विस्तार: पीएमजीएसवाई के तहत सड़कों का विस्तार 20,000 किलोमीटर से अधिक हुआ है।
- जीएसटी कलेक्शन: राज्य के जीएसटी कलेक्शन में 14% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
- गृहस्थ स्थिरता: हर घर बिजली और उज्जवला योजना के तहत राज्य के नागरिकों को लाभ पहुंचा है।
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बुनियादी ढांचा और पर्यटन का विकास
प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए कई बड़ी परियोजनाओं का उल्लेख किया, जैसे कि:
- ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना: 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य।
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे: जिससे यात्रा का समय ढाई घंटे तक कम हो जाएगा।
- अमृत स्टेशन: राज्य के 11 स्टेशनों को अमृत के रूप में विकसित करने की योजना।
वाइब्रेंट विलेज योजना और पर्यटन का विकास
उत्तराखंड के सीमांत गांवों के विकास हेतु वाइब्रेंट विलेज योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने माणा गांव की अपनी यात्रा का स्मरण किया। इस योजना के तहत 50 गांवों का विकास किया जा रहा है, जिससे राज्य के पर्यटन क्षेत्र में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष राज्य में लगभग 6 करोड़ पर्यटक और श्रद्धालु आए, जिससे होमस्टे, टैक्सी, होटल व्यवसाय को लाभ हुआ।
नीतिगत उपलब्धियाँ और अन्य राज्यों के लिए उदाहरण
प्रधानमंत्री ने राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लागू करने, नकल विरोधी कानून को सख्ती से लागू करने और माफिया पर कठोर कार्रवाई करने के प्रयासों की सराहना की, और इसे देश के लिए एक मिसाल बताया।
प्रधानमंत्री के 9 आग्रह
उत्तराखंड के लोगों और यहां आने वाले पर्यटकों के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 9 आग्रह किए:
- बोली और भाषा का संरक्षण करें।
- एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाएं।
- स्वच्छ जल का महत्व समझें।
- गांवों से जुड़े रहें।
- तिबारी वाले घरों को संवारें।
- सिंगल यूज प्लास्टिक से बचें।
- वोकल फॉर लोकल का समर्थन करें।
- यातायात के नियमों का पालन करें।
- तीर्थ स्थलों की मर्यादा का पालन करें।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में विश्वास व्यक्त किया कि यह रजत जयंती वर्ष उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक कालखंड साबित होगा, जो इसे विकसित भारत के संकल्प की ओर ले जाएगा।
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