बच्चों को स्नैक्स, मीठे पदार्थ और तले हुए पैकेज्ड फूड खाना बहुत पसंद होता है। इनके स्वाद और खुशबू से वे अपनी भूख तो मिटा लेते हैं, लेकिन ये आदतें उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे मोटापा, दांतों की खराबी, आदि की ओर ले जाती हैं। आधुनिक जीवनशैली और पैकेज्ड फूड की आसानी से उपलब्धता ने बच्चों में अस्वस्थ खाने की आदतों को जन्म दिया है। इस प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए, माता-पिता के लिए यह जरूरी है कि वे बच्चों को शुरुआत से ही स्वस्थ खाने की आदतें सिखाएं। इससे बच्चे पोषण से भरपूर खाना खाएंगे, जो उन्हें स्वस्थ और खुशहाल रखेगा।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम यह समझने और सीखने की कोशिश करेंगे कि बच्चों के लिए कौन सी स्वस्थ खाने की आदतें जरूरी हैं, ताकि वे बीमारियों से दूर रहें और खुशहाल रहें।
बच्चों के लिए 10 आसान और स्वस्थ खाने की आदतें:
यहां कुछ स्वस्थ और पालन करने योग्य खाने की आदतें दी गई हैं, जिन्हें आप अपने बच्चों को सिखा सकते हैं, ताकि वे बड़े होकर भी बीमारियों से दूर रहें और स्वस्थ जीवन जी सकें। जैसे हम बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ बेबी केयर प्रोडक्ट्स चुनते हैं, वैसे ही उनके लिए अच्छे खाने की आदतें विकसित करना भी उतना ही जरूरी है।
1. नियमित खाने का रूटीन बनाएं
नियमित समय पर भोजन करना बच्चों में भूख बढ़ाने में मदद करता है। अधिकतर स्वास्थ्य विशेषज्ञ माता-पिता को सुझाव देते हैं कि वे बच्चों के हर भोजन का एक निश्चित समय निर्धारित करें। जब बच्चे एक तय समय पर खाते हैं, तो उनके बीच के समय में स्नैक्स खाने की आदत कम हो जाती है। इससे खाने का समय उनके लिए ज्यादा आनंददायक और व्यवस्थित हो जाता है।
2. नाश्ते को सबसे महत्वपूर्ण भोजन बनाएं
माता-पिता को बच्चों को हर दिन पौष्टिक और घर का बना नाश्ता करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। एक संतुलित आहार के साथ नाश्ता बच्चों को दिनभर ऊर्जावान बनाए रखता है। एक अच्छा नाश्ता बच्चों की स्कूल में एकाग्रता और प्रदर्शन को बेहतर करता है। पोहा, इडली, या ओटमील जैसे नाश्ते से दिन की शुरुआत अच्छी हो सकती है। नाश्ते में दूध जरूर शामिल करें ताकि उनका दिन स्वस्थ शुरुआत के साथ हो। आप दूध को पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें हर्बल मिल्क मिक्स पाउडर भी मिला सकते हैं, जिसमें अश्वगंधा, तुलसी, और ब्राह्मी जैसी जड़ी-बूटियां होती हैं।
3. फल और सब्जियां शामिल करें
फल और सब्जियों में आवश्यक पोषक तत्व, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होते हैं। उन्हें हर दिन इनका सेवन करना चाहिए। कम से कम पांच सर्विंग्स फलों और सब्जियों की प्रतिदिन होनी चाहिए। आप फलों और सब्जियों को रोचक तरीके से परोस सकते हैं, जैसे स्मूदी बनाकर या पिज्जा और बर्गर में सब्जियां मिलाकर।
4. रिफाइंड अनाज के बजाय साबुत अनाज चुनें
साबुत अनाज से बना आहार बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। साबुत अनाज में विटामिन्स, फाइबर और मिनरल्स होते हैं, जो अच्छे पाचन, बेहतर इम्यूनिटी और मानसिक विकास में सहायक होते हैं। बच्चों के आहार में ब्राउन राइस, होल व्हीट ब्रेड, और ओट्स जैसे साबुत अनाज को शामिल करना चाहिए।
5. प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है और बच्चों के आहार में इसका होना अनिवार्य है। यह बच्चों के बढ़ने के समय में विकास के लिए जरूरी हार्मोन्स प्रदान करता है। चिकन, मछली, अंडे और दालें जैसी प्रोटीन युक्त चीजों को रोजाना खिलाना जरूरी है। बच्चों के आहार में प्रोटीन जोड़ना एक बेहतरीन आदत है।
6. मीठे स्नैक्स और पेय पदार्थों की सीमा तय करें
मीठे स्नैक्स और पेय पदार्थ बच्चों के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होते हैं। उनमें अधिक मात्रा में प्रोसेस्ड शुगर होती है, जो मोटापा, दांतों की समस्याएं और विकास संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती हैं। इसलिए, माता-पिता को बच्चों को इनसे होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करना चाहिए और इनकी मात्रा को सीमित करना चाहिए।
7. पानी पीने की आदत डालें
पानी बच्चों के लिए सबसे बेहतर पेय है। उन्हें दिन भर में भरपूर मात्रा में पानी पीने की आदत डालनी चाहिए। बच्चे अक्सर खेलते हुए पानी पीना भूल जाते हैं, जिससे उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। सुनिश्चित करें कि वे हमेशा पानी की बोतल अपने साथ रखें, लेकिन अत्यधिक पानी पीने से बचें क्योंकि इससे बार-बार वॉशरूम जाने की समस्या हो सकती है।
8. भोजन की मात्रा का नियंत्रण सिखाएं
बच्चे अक्सर अपने पसंदीदा खाने को ज्यादा खा लेते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, उन्हें खाने की मात्रा को नियंत्रित करना सिखाना जरूरी है। इससे वे एक ही बार में अधिक अनहेल्दी फूड नहीं खाएंगे, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकेगा।
9. ध्यानपूर्वक खाना सिखाएं
ध्यानपूर्वक खाना खाने से बच्चे अपने भोजन की कद्र करना सीखते हैं और उनके खाने की आदतें बेहतर होती हैं। यह आदत उन्हें धीरे-धीरे और अच्छी तरह से चबाकर खाने के साथ-साथ पोषक तत्वों वाले खाने का चयन करना भी सिखाती है। बच्चों को टीवी या मोबाइल देखते हुए खाना खाने से रोकें ताकि वे अपनी भूख को सही ढंग से समझ सकें और अधिक खाने से बच सकें।
10. बच्चों की उम्र के हिसाब से पोषण का ध्यान रखें
बच्चों की उम्र के अनुसार उन्हें अलग-अलग पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इसलिए, माता-पिता को उनके आहार में फल, सब्जियां, अनाज, प्रोटीन और डेयरी प्रोडक्ट्स की सही मात्रा देनी चाहिए। यदि आप उनके आहार को लेकर असमंजस में हैं, तो डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लें।
व्यस्त माता-पिता के लिए सुझाव:
- बच्चों से पूछें कि वे क्या खाना चाहते हैं – जब बच्चे खुद से खाना चुनते हैं, तो वे उसे ज्यादा पसंद करते हैं।
- हफ्ते भर का खाना पहले से तैयार करें – इससे आप व्यस्त दिनों में समय बचा सकते हैं और बच्चों को स्वस्थ भोजन दे सकते हैं।
- जंक फूड घर में न रखें – घर में केवल स्वस्थ स्नैक्स रखें, ताकि बच्चों के पास सिर्फ पौष्टिक विकल्प हों।
- सभी भोजन के लिए एक निश्चित समय तय करें – इससे बच्चों में एक समानता की भावना विकसित होती है और परिवार के साथ भोजन करने से पारिवारिक संबंध भी मजबूत होते हैं।
- स्वस्थ आदतों को खुद अपनाएं – बच्चे हमेशा आपको फॉलो करते हैं, इसलिए उनके सामने जंक फूड खाने से बचें और स्वस्थ विकल्पों का चयन करें।
माता-पिता होने के नाते, आपको अपने बच्चों के लिए पौष्टिक और सुरक्षित खाद्य विकल्प चुनने चाहिए। बचपन से ही बच्चों को स्वस्थ खाने की आदतें सिखाकर, आप उनके उज्जवल भविष्य की नींव रख सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप उन्हें आयुर्वेदिक तत्वों और प्राकृतिक उत्पादों से भरपूर खाद्य पदार्थ दें, जो उनके समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा दें।
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