
द्रौपदी मुर्मू बनीं बाबा नीब करौरी के दरबार में पहुंचने वाली पहली राष्ट्रपति
नैनीताल— उत्तराखंड दौरे के तीसरे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को नैनीताल जिले के प्रसिद्ध नीब करौरी कैंची धाम पहुंचीं। बाबा नीब करौरी महाराज के दरबार में माथा टेकते हुए उन्होंने देश और प्रदेश की शांति, समृद्धि और कल्याण की कामना की। इस तरह वे भारत की पहली राष्ट्रपति बन गईं, जिन्होंने कैंची धाम में दर्शन किए।
राष्ट्रपति का आध्यात्मिक सफर
सुबह से ही धाम में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए मंदिर परिसर को दोपहर 12 बजे तक जीरो जोन घोषित कर दिया गया था। श्रद्धालुओं की एंट्री अस्थायी रूप से रोक दी गई थी। राष्ट्रपति ने नैना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद बाबा नीब करौरी के समाधि स्थल पर पहुंचकर विशेष पूजा की। सूत्रों के मुताबिक, महामहिम ने यहां करीब 25 मिनट का समय बिताया और मंदिर प्रबंधन से बाबा के जीवन और शिक्षाओं के बारे में जानकारी ली।
कौन थे बाबा नीब करौरी?
बाबा नीब करौरी महाराज को हनुमान जी का परम भक्त माना जाता है। उन्होंने 1960 के दशक में इस धाम की स्थापना की थी। यह मंदिर नैनीताल–भवाली मार्ग पर स्थित कैंची गांव में है। चारों ओर से घने जंगलों से घिरा यह स्थान अपने अलौकिक वातावरण के लिए जाना जाता है। यहां भगवान हनुमान की मूर्ति के साथ बाबा का समाधि स्थल भी है।
धाम की एक अनोखी परंपरा यह है कि यहां फूल-माला नहीं चढ़ाई जाती। प्रसाद में चना भोग दिया जाता है, और भक्त बाबा को कंबल अर्पित करते हैं। दरअसल, बाबा सर्द मौसम में अक्सर कंबल में बैठकर सत्संग किया करते थे, इसलिए भक्त उनके प्रति श्रद्धा जताने के लिए कंबल अर्पित करते हैं।
बाबा के भक्तों में दुनिया की बड़ी हस्तियां
नीब करौरी बाबा के भक्तों में कई नामचीन हस्तियां शामिल हैं। एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स, क्रिकेटर विराट कोहली और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा कई बार यहां दर्शन के लिए आ चुके हैं। अब इस सूची में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का नाम भी जुड़ गया है।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या
कैंची धाम में पिछले कुछ वर्षों में भक्तों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। मंदिर प्रबंधन के अनुसार, 2024 में करीब 24 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे, जबकि 2025 में अक्टूबर तक ही 20 लाख से ज्यादा लोग बाबा के दर्शन कर चुके हैं। औसतन रोजाना 15 से 20 हजार श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं, जबकि जून और अक्टूबर में मेले के दौरान भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है।
सरकार की पहल और बदलता स्वरूप
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार कैंची धाम को मॉडल धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर यहां सड़क चौड़ीकरण, नई पार्किंग, डिजिटल सूचना केंद्र और स्वचालित पंजीकरण प्रणाली लागू की जा रही है।
सरकार ने फिलहाल लगभग 5 करोड़ रुपये धाम के विकास के लिए जारी किए हैं। नैनीताल के जिलाधिकारी को एक मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें फूड कॉर्नर, मेडिटेशन सेंटर, गार्डन और श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था शामिल होगी।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा —
“यह हमारे लिए गर्व की बात है कि राष्ट्रपति तीन दिन उत्तराखंड में रहीं और आध्यात्मिक रूप से जुड़ीं। हमारी सरकार नीब करौरी धाम को वैश्विक धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर रही है। आने वाले समय में यहां का पूरा स्वरूप बदल जाएगा।”
धार्मिकता और पर्यटन का संगम
नीब करौरी धाम अब सिर्फ एक मंदिर नहीं, बल्कि एक विश्वस्तरीय आध्यात्मिक और पर्यटन स्थल बन चुका है। यहां आने वाले भक्त केवल पूजा नहीं करते, बल्कि आत्मिक शांति भी महसूस करते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यात्रा इस धाम के प्रति आस्था और श्रद्धा के नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है। उनके दर्शन के बाद यह साफ है कि कैंची धाम की गूंज अब सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में और तेज़ी से सुनाई देगी।
कैसे पहुंचे कैंची धाम?
कैंची धाम नैनीताल से 17 किलोमीटर, काठगोदाम रेलवे स्टेशन से 38 किलोमीटर, और पंतनगर एयरपोर्ट से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नैनीताल या भवाली से टैक्सी और लोकल परिवहन आसानी से मिल जाते हैं। प्रशासन ने हाल ही में शटल सेवा और पार्किंग सिस्टम को भी बेहतर किया है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
कहते हैं, बाबा नीब करौरी के दरबार में जो सच्चे मन से आता है, उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा सिर्फ एक औपचारिक यात्रा नहीं, बल्कि देवभूमि की अध्यात्मिक धरोहर को और अधिक सम्मान देने का प्रतीक बन गया है।
अगर आपको उत्तराखंड से सम्बंधित यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर करें साथ ही हमारे Facebook | Twitter | Instagram व | Youtubeको भी सब्सक्राइब करें।