
रुद्रप्रयाग, 25 अगस्त। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के रूरल सेल्फ एम्प्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एसबीआई आरसेटी) रुद्रप्रयाग में सोमवार को वित्तीय साक्षरता और ग्रामीण गरीबों के लिए ऋण परामर्श (एफएल-सीआरपीएस) प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन लीड बैंक अधिकारी अनूप सिंह, आरसेटी निदेशक किसन सिंह रावत, आरएसीसी मैनेजर चत्तर सिंह और आरएफसी उपासक नंद किशोर थपियाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।
ग्रामीण युवाओं और बीपीएल परिवारों पर फोकस
यह प्रशिक्षण विशेष रूप से ग्रामीण युवतियों और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए आयोजित किया गया है। प्रतिभागियों को वित्तीय प्रबंधन, बचत, बजट निर्माण, ऋण उपयोग और बैंकिंग प्रणाली की समझ जैसे विषयों पर जानकारी दी जाएगी। साथ ही, कार्यक्रम का उद्देश्य उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देकर स्वरोजगार के अवसर बढ़ाना है। प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क है और प्रतिभागियों को भोजन व आवास की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
रुद्रप्रयाग-जवाड़ी बायपास भूस्खलन और भू-धसाव की जद में, यात्राकाल में चुनौती बढ़ने की आशंका
लगातार ‘एए’ ग्रेड प्राप्त कर रहा संस्थान
एसबीआई आरसेटी रुद्रप्रयाग देशभर में संचालित 152 आरसेटी में से एक है। यह संस्थान अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए लगातार ‘एए’ ग्रेड प्राप्त कर रहा है। आरसेटी कुल 64 राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे (एनएसक्यूएफ) से संरेखित पाठ्यक्रम संचालित करता है, जिसमें एफएल-सीआरपीएस भी शामिल है।
अधिकारियों ने बताई कार्यक्रम की अहमियत
उद्घाटन अवसर पर लीड बैंक अधिकारी अनूप सिंह ने कहा कि वित्तीय साक्षरता आज के समय में आत्मनिर्भरता की कुंजी है और यह कार्यक्रम ग्रामीण समुदाय को सही वित्तीय निर्णय लेने में सक्षम बनाएगा। आरसेटी निदेशक किसन सिंह रावत ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को बैंकिंग प्रक्रियाओं, ऋण आवेदन और वित्तीय योजनाओं से जुड़ी जानकारी दी जाएगी। आरएसीसी मैनेजर चत्तर सिंह ने इसे ग्रामीण विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
अगर आपको उत्तराखंड से सम्बंधित यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर करें साथ ही हमारे Facebook | Twitter | Instagram व | Youtubeको भी सब्सक्राइब करें।