प्रतापनगर, 27 नवंबर 2024 (Uttarakhand News) : एसएसबी गुरिल्ला संगठन की एक आपातकालीन बैठक आज प्रतापनगर के मदन नेगी में आयोजित की गई। बैठक का नेतृत्व प्रतापनगर ब्लॉक अध्यक्ष आशा राम जोशी और जाखड़ीधार ब्लॉक अध्यक्ष बृजमोहन कटियाल ने किया। इस अवसर पर संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट भी उपस्थित थे।
अनिल प्रसाद भट्ट ने अपने संबोधन में कहा कि एसएसबी गुरिल्ला संगठन पिछले 18 सालों से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है, लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने मीटिंग के माध्यम से सभी सदस्यों से सक्रिय रहने और जगह-जगह बैठकें आयोजित करने की अपील की।
अनिल प्रसाद भट्ट ने कहा कि 2 सितंबर 2024 को सीएम आवास कूच के दौरान गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल से वार्ता हुई थी, जिसमें सचिव ने 48 घंटे के भीतर लंबित फाइलों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं हुआ है।
संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष और टिहरी जिला अध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला ने सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “अगर 15 दिसंबर 2024 तक गुरिल्लाओं को नौकरी और पेंशन नहीं दी गई, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।” उन्होंने आशंका जताई कि सरकार की उदासीनता के कारण उत्तराखंड में भी जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, और दंतेवाड़ा जैसी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
मीटिंग में उपस्थित गुरिल्लाओं ने भी सरकार पर दबाव बनाने के लिए एकजुटता दिखाई। प्रमुख उपस्थितियों में दर्शनलाल, सुमेदु लाल, राजेंद्र प्रसाद, सचिलाल, उमेद लाल, बलवीर लाल, पांखु देवी, रूशनी देवी, कमला देवी, चमनी देवी, पुष्पा देवी, इंदिरा देवी, सुशीला देवी, गंगा देवी, माया देवी और बसंती देवी समेत सैकड़ों सदस्य शामिल थे।
गुरिल्लाओं ने एकमत होकर चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया, तो वे सीएम आवास के बाहर आत्मदाह करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा में गुरिल्लाओं की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और सरकार को जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
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