
रुद्रप्रयाग में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर ‘वाहन रहित दिवस’ और विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन, युवाओं में राष्ट्र निर्माण का संकल्प
रुद्रप्रयाग। माननीय उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देशानुसार तथा माननीय जिला जज/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रुद्रप्रयाग के मार्गदर्शन में 12 अगस्त 2025 को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष कार्यक्रम की थीम “राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण” रखी गई थी, जिसके अंतर्गत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रुद्रप्रयाग ने विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर के साथ विशेष अभियान “वाहन रहित दिवस” का भी संचालन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं और कर्मचारियों की पैदल यात्रा से हुई, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने अपने-अपने आवास से न्यायालय परिसर, रुद्रप्रयाग तक पैदल पहुँचकर पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा बचत का संदेश दिया। यह अनूठी पहल न केवल पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता दर्शाती है, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली और सामाजिक जिम्मेदारी के महत्व को भी रेखांकित करती है।
न्यायालय परिसर पहुँचने के बाद जिला न्यायालय सभागार में औपचारिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के कई वरिष्ठ और सम्मानित अधिवक्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने युवाओं को राष्ट्र की सबसे बड़ी संपत्ति बताते हुए कहा कि उनके सशक्तिकरण से ही देश के भविष्य की दिशा और दशा तय होती है।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अशोक कुमार ने अपने संबोधन में कई रोचक तथ्यों के माध्यम से युवाओं की भूमिका और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि युवा केवल भविष्य नहीं, बल्कि वर्तमान के भी महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जिन्हें सही दिशा और अवसर मिलने पर वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। अपने विचार रखते हुए उन्होंने युवाओं को नशा-मुक्त, शिक्षित, अनुशासित और संवेदनशील नागरिक बनने की प्रेरणा दी।
अध्यक्ष, जिला बार एसोसिएशन प्रदीप जगवान ने अपने युवा काल के अनुभव साझा करते हुए कहा कि जीवन में अनुशासन, कठिन परिश्रम और निरंतर सीखने की प्रवृत्ति ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने ज्ञान और ऊर्जा का उपयोग समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में करें। अपने संबोधन में उन्होंने उपस्थित सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार भी व्यक्त किया।
सिविल जज सीनियर डिवीजन एवं प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मती सुमन ने भी युवाओं में विधिक साक्षरता और संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कानून की जानकारी न केवल अधिकारों की रक्षा करती है, बल्कि कर्तव्यों के प्रति भी सजग बनाती है।
इस अवसर पर न्यायिक मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ कुमार, सचिव बार एसोसिएशन महावीर बुटोला, चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल गंभीर सिंह रावत, रिटेनर अधिवक्ता मती यशोदा खत्री, वरिष्ठ अधिवक्ता गजपाल सिंह रावत, कुंवर सिंह रावत, बीरबल सिंह भंडारी और करण पाल सिंह रौथान सहित समस्त अधिवक्ता गण, कर्मचारी गण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्राविधिक स्वयंसेवी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में एक बार फिर सभी प्रतिभागियों ने न्यायालय परिसर से अपने-अपने आवास तक पैदल यात्रा करते हुए “वाहन रहित दिवस” अभियान को सार्थक संदेश के साथ संपन्न किया। यह पहल प्रतिभागियों के लिए प्रेरणादायक अनुभव रही और जिले में पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य संवर्धन और सामूहिक जिम्मेदारी की एक मिसाल पेश की।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का यह आयोजन न केवल युवाओं के सशक्तिकरण के संदेश के साथ सम्पन्न हुआ, बल्कि इसमें पर्यावरण और सामाजिक उत्तरदायित्व को भी समान महत्व दिया गया। न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं के सामूहिक प्रयास से यह कार्यक्रम जिले में एक प्रेरक उदाहरण बनकर उभरा, जो आने वाले वर्षों में युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान के लिए प्रोत्साहित करेगा।
Source: जिला सूचना कार्यालय, रुद्रप्रयाग
जिलाधिकारी प्रतीक जैन का औचक निरीक्षण: रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं पर सख्त रुख
अगर आपको उत्तराखंड से सम्बंधित यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर करें साथ ही हमारे Facebook | Twitter | Instagram व | Youtubeको भी सब्सक्राइब करें।