
cortisol balance in hindi: ना दवा, ना थेरेपी! कोर्टिसोल बैलेंस करना अब आसान, बस पिएं 4 रुपये की यह घरेलू ड्रिंक
cortisol balance in hindi: भागदौड़ भरी जिंदगी में बढ़ा कोर्टिसोल, अब क्या करें? आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में हर किसी को कभी न कभी स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है। ऑफिस की टेंशन हो या घर के काम, पढ़ाई का प्रेशर हो या रिश्तों की उलझन — हर किसी की लाइफ में स्ट्रेस बैठा ही रहता है। इसी स्ट्रेस से जुड़ा है एक हार्मोन — कोर्टिसोल (cortisol balance)। इसे स्ट्रेस हार्मोन भी कहा जाता है।
जब शरीर में कोर्टिसोल का लेवल जरूरत से ज्यादा बढ़ा रहता है तो यह धीरे-धीरे आपकी सेहत पर बुरा असर डालने लगता है। हाई कोर्टिसोल से नींद की कमी, वजन बढ़ना, हाई ब्लड प्रेशर, मूड स्विंग, डिप्रेशन और कई दिक्कतें हो सकती हैं।
अब सवाल यह है कि क्या कोर्टिसोल को कंट्रोल करने के लिए दवाइयों या महंगी थेरेपी की जरूरत है? जवाब है — बिल्कुल नहीं। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां और देसी नुस्खे हैं, जो सिर्फ 4-5 रुपये में आपका (cortisol balance) बनाए रख सकते हैं।
क्यों खतरनाक है हाई कोर्टिसोल?
शरीर में कोर्टिसोल एक जरूरी हार्मोन है। यह हमें स्ट्रेस से निपटने में मदद करता है, एनर्जी देता है और इम्यूनिटी पर भी असर डालता है। लेकिन अगर यह लगातार बढ़ा रहे तो खतरनाक साबित हो सकता है। हाई कोर्टिसोल के कारण —
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वजन तेजी से बढ़ता है
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ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है
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नींद उड़ जाती है
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मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन बढ़ता है
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थकावट जल्दी महसूस होती है
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पाचन तंत्र कमजोर पड़ने लगता है
इसलिए जरूरी है कि इसे समय रहते बैलेंस किया जाए।
बाजार की महंगी थेरेपी छोड़िए, ट्राई कीजिए 4 रुपये की देसी ड्रिंक
आपने कई बार सुना होगा कि कोर्टिसोल कम करने के लिए लोग महंगे सप्लीमेंट, योगा क्लास, स्ट्रेस मैनेजमेंट कोर्स और दवाओं का सहारा लेते हैं। लेकिन हमारे किचन में ही ऐसी चीजें हैं जो प्राकृतिक तरीके से आपका (cortisol balance) बना सकती हैं।
आयुर्वेद के अनुसार मुलेठी और तुलसी दो ऐसी हर्ब्स हैं जो कोर्टिसोल को नैचुरली बैलेंस करती हैं। इनसे बनी हर्बल चाय न सिर्फ तनाव कम करती है बल्कि पाचन दुरुस्त रखती है और इम्यूनिटी भी मजबूत करती है। खास बात यह है कि इसे बनाने में खर्च आता है सिर्फ 4 से 5 रुपये।
क्यों असरदार है मुलेठी और तुलसी?
मुलेठी: तनाव और हार्मोन दोनों का इलाज
मुलेठी को आयुर्वेद में स्ट्रेस बस्टर माना गया है। इसके सेवन से शरीर में कोर्टिसोल लेवल नैचुरली कम होता है। साथ ही यह हार्मोनल बैलेंस बनाने में मदद करती है और पेट की कई दिक्कतों को भी दूर रखती है।
तुलसी: नेचुरल एडेप्टोजेन
तुलसी में नैचुरल एडेप्टोजेन होता है जो स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने में मदद करता है। इसके रोजाना सेवन से दिमाग शांत रहता है, चिंता कम होती है और नींद अच्छी आती है।
कोर्टिसोल बैलेंस ड्रिंक कैसे बनाएं?
अब बात करते हैं इस हर्बल ड्रिंक को बनाने की। इस ड्रिंक को कोई भी घर पर बना सकता है। इसमें ना कोई झंझट है, ना कोई बड़ा खर्च।
सामग्री:
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मुलेठी की एक छाल (1 इंच)
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5 से 7 तुलसी के पत्ते (ताजे)
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डेढ़ कप पानी
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चुटकी भर सौंफ या 1 इलायची (वैकल्पिक)
विधि:
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एक पैन में डेढ़ कप पानी डालें।
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इसमें मुलेठी और तुलसी के पत्ते डाल दें।
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चाहें तो सौंफ या इलायची भी डाल सकते हैं।
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अब इसे 7 से 8 मिनट मध्यम आंच पर उबालें।
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फिर 2 से 3 मिनट धीमी आंच पर पकने दें।
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गैस बंद करके इसे छान लें।
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हल्का गुनगुना होने पर इसमें शहद मिलाकर पी लें।
कब और कैसे पिएं?
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इसे सुबह नाश्ते के बाद 10-11 बजे के बीच पिएं।
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दिन में सिर्फ एक कप ही काफी है।
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इसे कभी भी खाली पेट न पिएं।
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रोजाना नियमित रूप से 2 हफ्ते पिएं, असर दिखेगा।
किन्हें नहीं पीनी चाहिए यह ड्रिंक?
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प्रेग्नेंट महिलाएं बिना डॉक्टर की सलाह के ना पिएं।
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जिन्हें लो बीपी या डायबिटीज की दवा चल रही है, वो डॉक्टर से पूछ लें।
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अगर कोई गंभीर बीमारी है तो पहले डॉक्टर से सलाह लें।
और क्या करें कोर्टिसोल बैलेंस रखने के लिए?
सिर्फ हर्बल ड्रिंक काफी नहीं, कुछ और आदतें भी डालनी जरूरी हैं:
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रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।
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रात में 7 से 8 घंटे की नींद लें।
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बहुत ज्यादा कैफीन या शक्कर से परहेज करें।
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स्क्रीन टाइम कम करें, आरामदायक म्यूजिक सुनें।
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गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज करें।
Kedartimes की सलाह
तनाव आजकल हर किसी की जिंदगी का हिस्सा है। लेकिन इसे कंट्रोल में रखना भी हमारी जिम्मेदारी है। अगर आप दवाओं और महंगे थेरेपी पर निर्भर नहीं रहना चाहते तो आयुर्वेदिक नुस्खे आजमा कर देखें। सिर्फ 4 रुपये की यह हर्बल ड्रिंक (cortisol balance) करने में आपकी मदद कर सकती है।
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