डेंजर जोन बना क्वारब: अल्मोड़ा से हल्द्वानी को जोड़ने वाला एनएच 109 इन दिनों क्वारब के पास डेंजर जोन में तब्दील हो गया है। लगातार हो रहे भूस्खलन और पहाड़ से गिरते बोल्डर के कारण यह मार्ग बेहद खतरनाक हो गया है। लोग जान जोखिम में डालकर यहां से आवाजाही करने को मजबूर हैं।
डेंजर जोन बना क्वारब: केंद्रीय राज्य मंत्री का निरीक्षण और निर्देश
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने हाल ही में क्वारब के इस खतरनाक मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को वैकल्पिक मार्ग तलाशने के निर्देश दिए और कहा कि यह मार्ग अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ता है, इसलिए इसका समाधान प्राथमिकता पर किया जाना चाहिए।
डेंजर जोन बना क्वारब: 18 करोड़ की परियोजना और टेंडर प्रक्रिया
टीएचडीसी (टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) ने इस समस्या के समाधान के लिए 18 करोड़ रुपये की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की है। इसके तहत जरूरी कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस समस्या का जल्द समाधान निकालकर लोगों को राहत दी जाए।
डेंजर जोन बना क्वारब: डेंजर जोन की वर्तमान स्थिति
पिछले चार दिनों से क्वारब के पास लगातार सड़क धंसने और भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। पहाड़ से गिरते बड़े-बड़े बोल्डर और मलबा इस मार्ग को वाहनों के लिए जोखिमभरा बना रहे हैं। प्रशासन की ओर से जेसीबी मशीनों का उपयोग कर सड़क को साफ रखने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन लगातार भूस्खलन से हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
डेंजर जोन बना क्वारब: जल्द समाधान की आवश्यकता
विशेषज्ञों और अधिकारियों का कहना है कि इस मार्ग पर आवाजाही शुरू करने से पहले इसे सुरक्षित बनाना जरूरी है। भूस्खलन की वजह से यह स्थान कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। इसलिए सड़क की मरम्मत और स्थायी समाधान के लिए तेज़ी से काम करने की जरूरत है।
डेंजर जोन बना क्वारब: निरीक्षण के दौरान अधिकारी उपस्थित
निरीक्षण के दौरान मंत्री के साथ मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने भी इस मार्ग को जल्द से जल्द सुरक्षित बनाने के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया।
डेंजर जोन बना क्वारब: लोगों की मांग
स्थानीय लोग प्रशासन से इस समस्या के स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक मार्ग को सुरक्षित नहीं किया जाता, तब तक यहां वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई जानी चाहिए ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
क्वारब में भूस्खलन और गिरते बोल्डर से बनी स्थिति न केवल आम जनता के लिए, बल्कि इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और यातायात के लिए भी गंभीर चुनौती बन गई है।
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