Clay Pots (Matka): मिट्टी के बर्तन का पानी पीने के फायदे wellhealthorganic

wellhealthorganic: मिट्टी के बर्तन में पानी पीना सदियों पुरानी भारतीय परंपरा है, जिसे हमारी नानी-दादी ने भी अपनाया हुआ था। ये बर्तन, जिन्हें हम मटका या सुराही के नाम से भी जानते हैं, न सिर्फ हमारी प्यास बुझाते हैं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं। आज के मॉडर्न जमाने में, जहां हम रेफ्रिजरेटर और प्लास्टिक की बोतलों पर निर्भर हो चुके हैं, ये बर्तन कहीं पीछे छूट गए हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इन बर्तनों में पानी पीने के कई अद्भुत फायदे हैं।

1. प्राकृतिक ठंडक: वाटर चिलर की तुलना में बेस्ट!

मिट्टी के बर्तनों का सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा रखते हैं। गर्मियों में जब बाहर का तापमान 40 डिग्री तक पहुंच जाता है, तब रेफ्रिजरेटर का पानी पीने से गले में खराश हो सकती है, जबकि मटका का पानी बिल्कुल सही तापमान पर रहता है। यह बर्तन छिद्रदार होते हैं, जिससे वाष्पीकरण की प्रक्रिया तेज हो जाती है और पानी ठंडा हो जाता है। ये ठंडक हमारे शरीर को ठंडक पहुँचाती है, बिना किसी साइड इफेक्ट के।

2. क्षारीय गुण: बॉडी का pH बैलेंसिंग

मटका में रखा पानी अल्कलाइन हो जाता है, जो हमारे शरीर के pH लेवल को बैलेंस करने में मदद करता है। आजकल की डाइट में एसिडिक फूड्स की भरमार होती है, जैसे कि जंक फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स आदि। ऐसे में मटका का पानी हमें इस एसिडिटी से बचाता है और हमारे शरीर को क्षारीय बनाता है, जिससे हमारी एनर्जी लेवल बढ़ती है और हमें ताजगी का एहसास होता है।

3. गले के लिए वरदान: सर्दी-खांसी को कहें अलविदा

आपको अक्सर सर्दी-खांसी हो जाती है? तो ये बात याद रखें कि फ्रिज का पानी इस स्थिति को और खराब कर सकता है। मटका का पानी हल्के ठंडक के साथ आता है, जो गले को आराम देता है और उसे इरिटेशन से बचाता है। इससे आपके गले में होने वाली इंफेक्शन से राहत मिलती है और सर्दी-खांसी से भी छुटकारा मिलता है।

4. पाचन में सुधार: डाइजेशन को करें बूस्ट

मटका का पानी पाचन के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। जब आप बहुत ठंडा पानी पीते हैं, तो ये पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है, जिससे अपच और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं, मटका का पानी पाचन तंत्र को शांत रखता है और उसे सही तरीके से काम करने में मदद करता है। आयुर्वेद में भी इसे पाचन के लिए फायदेमंद बताया गया है। wellhealthorganic 

5. खनिज तत्वों का संचार: मिनरल का बोनस

मटका का पानी पीने से आपको कई जरूरी मिनरल्स भी मिलते हैं, जैसे कि कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन। ये मिनरल्स हमारे शरीर को मजबूत बनाने और इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। मिट्टी के बर्तन में पानी रखने से ये मिनरल्स पानी में घुल जाते हैं और हमें नेचुरल तरीके से पोषण मिलता है।

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6. मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा: कैलोरी बर्न करने का सीक्रेट

मटका का पानी हमारे मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है। जब आप ठंडा पानी पीते हैं, तो आपके शरीर को उसे प्रोसेस करने में ज्यादा एनर्जी लगती है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। वहीं, मटका का पानी हमारे बॉडी के तापमान के करीब होता है, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है और मेटाबॉलिज्म फास्ट हो जाता है।

7. बेहतर स्वाद: टेस्ट भी हेल्दी भी

क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि मटका का पानी पीने में कितना लाइट और फ्रेश लगता है? ये इसलिए होता है क्योंकि मिट्टी के बर्तन में रखा पानी बिना किसी केमिकल या प्रिजर्वेटिव के होता है, जो इसके स्वाद को भी बेहतर बनाता है। प्लास्टिक या मेटल के बर्तनों में रखा पानी कभी-कभी अजीब सा लगता है, जबकि मटका का पानी पीने में ताजगी का एहसास कराता है।

8. एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज: बैक्टीरिया से छुटकारा

मिट्टी के बर्तन में पानी रखने का एक और बड़ा फायदा है कि ये एंटी-बैक्टीरियल होते हैं। मिट्टी में नेचुरल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया के ग्रोथ को रोकते हैं। इसलिए, मटका का पानी स्वच्छ और सुरक्षित रहता है, जिससे आपको किसी भी प्रकार के संक्रमण का खतरा नहीं होता। wellhealthorganic 

9. एनवायरनमेंट फ्रेंडली: ग्रीन चॉइस

मटका का इस्तेमाल करना न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि ये पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। प्लास्टिक की बोतलें पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक होती हैं, क्योंकि वे बायोडिग्रेडेबल नहीं होतीं। वहीं, मिट्टी के बर्तन पूरी तरह से इको-फ्रेंडली होते हैं और आसानी से नष्ट हो जाते हैं, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता।

10. कूलिंग विधि का आसान विकल्प: बिना बिजली के ठंडक

आज के समय में जहां हर चीज़ के लिए बिजली का इस्तेमाल हो रहा है, वहां मटका एक ऐसा विकल्प है जो बिना किसी बिजली के भी आपको ठंडक प्रदान करता है। यह न केवल आपके बिजली के बिल को कम करता है, बल्कि आपको नेचुरल ठंडक का अनुभव भी कराता है।

11. लाइफस्टाइल में बदलाव: हेल्दी हैबिट्स को करें अपनाएं

मटका का पानी पीना एक हेल्दी लाइफस्टाइल की शुरुआत हो सकती है। ये एक छोटा सा बदलाव है, लेकिन इसके फायदे बड़े हो सकते हैं। इसे अपनाकर आप न सिर्फ अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, बल्कि एक नई हेल्दी आदत भी बना सकते हैं जो आपकी जिंदगी को बेहतर बना सकती है।

12. आयुर्वेदिक दृष्टिकोण: पुरानी परंपरा, नया नजरिया

आयुर्वेद में मिट्टी के बर्तन में पानी पीने की परंपरा का बहुत महत्व है। इसे स्वस्थ शरीर और मन के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। ये न केवल शरीर को हाइड्रेटेड रखता है, बल्कि शरीर में टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में भी मदद करता है। इसलिए, मटका का पानी पीना एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक तरीका है अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने का।

13. सुराही की देखभाल: रखें बर्तन को हमेशा साफ

मिट्टी के बर्तन को सही तरीके से साफ रखना बहुत जरूरी है। इसे नियमित रूप से साफ करना चाहिए ताकि उसमें किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया या फंगस का विकास न हो। आप इसे कुछ घंटों तक पानी में भिगोकर रख सकते हैं और फिर ब्रश से साफ कर सकते हैं। इस तरह से आप इसके फायदों का पूरा लाभ उठा सकते हैं।

14. रोजमर्रा की जिंदगी में मटका का महत्व

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सब कुछ फास्ट चाहते हैं। लेकिन कभी-कभी थोड़ा धीमा होना भी जरूरी है, जैसे कि मटका का पानी पीना। ये आपको न सिर्फ स्वस्थ रखता है, बल्कि आपकी जिंदगी में एक नई ताजगी भी लाता है। तो क्यों न इस परंपरा को फिर से अपनाया जाए और इसके अद्भुत फायदों का आनंद लिया जाए।

15. आधुनिक जमाने में परंपरा का पालन

आज के समय में जहां टेक्नोलॉजी और मॉडर्न गैजेट्स का बोलबाला है, वहां मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल एक तरह से हमारी पुरानी परंपरा को जीवित रखना है। यह हमें हमारे जड़ों से जोड़ता है और हमारे पुराने समय के स्वस्थ तरीकों को फिर से जीवित करने का मौका देता है।

निष्कर्ष:

मिट्टी के बर्तन का पानी पीना सिर्फ एक परंपरा नहीं है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए एक अनमोल खजाना है। इस मॉडर्न जमाने में भी इसे अपनाना एक सही और हेल्दी चॉइस हो सकती है। तो क्यों न आज से ही इसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाएं और इसके अद्भुत फायदों का आनंद लें!

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