Benefits of Protein in Your Diet: प्रोटीन के फायदे, जानिए सही स्रोत चुनने के तरीके

wellhealthorganic: जब बात न्यूट्रिशन की आती है, तो प्रोटीन का नाम सबसे पहले लिया जाता है। फिटनेस फ्रीक हो, बिज़ी प्रोफेशनल या फिर कोई ऐसा इंसान जो बस हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन करना चाहता हो, प्रोटीन के बारे में सही जानकारी होना बहुत ज़रूरी है। प्रोटीन हमारे शरीर की मसल्स को बनाने, रिपेयर करने और मेंटेन करने में अहम भूमिका निभाता है।

प्रोटीन क्यों ज़रूरी है?
प्रोटीन के फायदे सिर्फ मसल्स की रिपेयर और ग्रोथ तक सीमित नहीं हैं। प्रोटीन अमीनो एसिड्स से बना होता है, जो हमारे शरीर के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स का काम करते हैं। इनमें से 9 एसेंशियल अमीनो एसिड्स हैं, जो हमारे शरीर खुद से नहीं बना सकता, इसलिए इन्हें हमें डाइट से लेना पड़ता है।

प्रोटीन के फायदे:

  1. मसल्स रिपेयर और ग्रोथ:
    अगर आप वर्कआउट करते हैं, तो आपको पता होगा कि प्रोटीन वर्कआउट के बाद मसल्स रिपेयर और ग्रोथ में मदद करता है।
  2. एंजाइम प्रोडक्शन:
    प्रोटीन हमारे शरीर में होने वाले लगभग हर केमिकल रिएक्शन में एंजाइम के रूप में शामिल होता है।
  3. हॉर्मोन रेग्युलेशन:
    इंसुलिन जैसे कई हॉर्मोन भी प्रोटीन से बने होते हैं, जो बॉडी फंक्शन्स को रेग्युलेट करते हैं।
  4. इम्यून फंक्शन:
    एंटीबॉडीज, जो इम्यून सिस्टम के लिए बहुत ज़रूरी हैं, प्रोटीन से बने होते हैं।
  5. सैटायटी और वेट मैनेजमेंट:
    प्रोटीन का एक बड़ा फायदा यह है कि यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे भूख कम लगती है और ओवरईटिंग से बचा जा सकता है।

मसल्स हेल्थ और स्ट्रेंथ:
उम्र के साथ मसल्स की हेल्थ में गिरावट आ सकती है। ऐसे में प्रोटीन इंटेक सही मात्रा में लेना बहुत ज़रूरी है, ताकि मसल्स स्ट्रॉन्ग रहें और शरीर की मूवमेंट बनी रहे।

वेट मैनेजमेंट:
हाई-प्रोटीन डाइट मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है, जिससे कैलोरीज ज्यादा बर्न होती हैं। इसके अलावा, प्रोटीन भूख को कम करता है, जो वेट लॉस और हेल्दी वेट को मेंटेन करने में मददगार है।

बोन हेल्थ:
ऐसा माना जाता था कि एनिमल प्रोटीन से बोन हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन रिसर्च से पता चला है कि प्रोटीन इनटेक बोन डेंसिटी को बढ़ाता है और फ्रैक्चर के रिस्क को कम करता है।

इम्प्रूव्ड मेटाबॉलिज्म:
प्रोटीन को डाइजेस्ट, एब्सॉर्ब और प्रोसेस करने में शरीर को ज्यादा एनर्जी लगती है, जिससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।

एनहांस्ड रिकवरी:
एथलीट्स और रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी करने वालों के लिए प्रोटीन मसल्स की रिकवरी में तेजी लाने में मदद करता है, जिससे मसल्स सॉरनेस कम होती है और मसल्स रिपेयर होती हैं।

कितना प्रोटीन चाहिए?
आमतौर पर, प्रति किलोग्राम बॉडी वेट के लिए 0.8 ग्राम प्रोटीन की सिफारिश की जाती है। लेकिन यह सभी के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता, खासकर एथलीट्स, बुजुर्ग या बीमारी से उबर रहे लोगों के लिए। जो लोग रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, उनके लिए 1.2-2.0 ग्राम प्रति किलोग्राम बॉडी वेट तक प्रोटीन की ज़रूरत हो सकती है।

प्लांट-बेस्ड प्रोटीन:
जो लोग प्लांट-बेस्ड डाइट फॉलो करते हैं, उनके लिए भी कई ऑप्शन्स हैं:

  1. लेग्यूम्स:
    • दालें: हाई इन प्रोटीन और फाइबर, जो डाइजेशन और सैटायटी के लिए बेहतरीन हैं।
    • चना: सलाद, सूप और ह्यूमस बनाने के लिए बढ़िया है।
    • ब्लैक बीन्स: प्रोटीन, फाइबर और ज़रूरी न्यूट्रिएंट्स से भरपूर।
  2. नट्स और सीड्स:
    • बादाम: मुट्ठी भर बादाम आपको अच्छी मात्रा में प्रोटीन और हेल्दी फैट्स देता है।
    • चिया सीड्स: ये प्रोटीन के साथ-साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और फाइबर का भी अच्छा स्रोत हैं।
    • कद्दू के बीज: एक पौष्टिक स्नैक जिसमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन होती है।
  3. सोया प्रोडक्ट्स:
    • टोफू और टेम्पेह: दोनों ही प्लांट-बेस्ड प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं और इन्हें कई डिशेज में इस्तेमाल किया जा सकता है।
    • एडामेमे: ये यंग सोयाबीन होते हैं, जिन्हें स्नैक के रूप में या मील्स में शामिल किया जा सकता है।
  4. होल ग्रेन्स:
    • क्विनोआ: एक कंप्लीट प्रोटीन है जिसमें सभी एसेंशियल अमीनो एसिड्स होते हैं, जो इसे यूनिक बनाता है।
    • अमरण्थ: एक और ग्रेन जो पूरी अमीनो एसिड प्रोफाइल देता है।

प्रोटीन को अपनी डाइट में कैसे शामिल करें:

  • मील्स की प्लानिंग करें: हर मील में एक हाई-क्वालिटी प्रोटीन स्रोत को शामिल करें, जैसे कि लीन मीट, बीन्स या डेयरी प्रोडक्ट्स।
  • स्मार्ट स्नैकिंग करें: ग्रीक योगर्ट, नट्स या प्रोटीन स्मूदी जैसे प्रोटीन-रिच स्नैक्स चुनें ताकि मील्स के बीच में भी आप सैटिस्फाइड रहें।
  • मिक्स इट अप: अपने प्रोटीन स्रोतों को बदलते रहें ताकि आपको वाइड रेंज के अमीनो एसिड्स और न्यूट्रिएंट्स मिलें। इससे आपकी डाइट भी मज़ेदार और इंट्रेस्टिंग बनी रहती है।
  • प्रोटीन सप्लीमेंट्स का विचार करें: अगर आपकी प्रोटीन की ज़रूरतें ज्यादा हैं या आप सिर्फ फूड से अपनी प्रोटीन रिक्वायरमेंट्स को पूरा नहीं कर पा रहे हैं, तो प्रोटीन पाउडर्स या बार्स का इस्तेमाल करें।

कनक्लूजन
प्रोटीन के फायदे समझना उन सभी के लिए जरूरी है जो अपनी डाइट और ओवरऑल हेल्थ में सुधार करना चाहते हैं। प्रोटीन एक हेल्दी डाइट का अपरिहार्य हिस्सा है, जो मसल्स रिपेयर और ग्रोथ से लेकर मेटाबॉलिज्म और वेट मैनेजमेंट तक कई फायदे देता है। हाई-क्वालिटी प्रोटीन स्रोतों को चुनकर और यह सुनिश्चित करके कि आप हर दिन पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लें, आप अपनी ओवरऑल हेल्थ और वेल-बीइंग को सपोर्ट कर सकते हैं। चाहे आप एनिमल-बेस्ड या प्लांट-बेस्ड प्रोटीन को पसंद करें, प्रोटीन-रिच फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना इस आवश्यक न्यूट्रिएंट के पूरे फायदे उठाने की कुंजी है।

Disclaimer: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। यह प्रोफेशनल मेडिकल सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से सलाह लें। केदार टाइम्स इस जानकारी की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

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