उत्तराखंड के vanya jeev abhyaran: जहां जंगली जीवन का जश्न मनाते हैं! 🌲🦁

vanya jeev abhyaran: उत्तराखंड, जो भारत का एक सुंदर उत्तर-भारतीय राज्य है, अपनी हिमालय पर्वतमालाओं और अनगिनत वन्यजीवों के लिए मशहूर है। 🏔️ यह राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता, तीर्थ स्थलों और अद्भुत जीवों की विविधता के लिए जाना जाता है। यहाँ के सात प्रमुख vanya jeev abhyaran इस बात का प्रमाण हैं कि उत्तराखंड वाकई में जीवंत और विविधता से भरा हुआ स्थान है। आइए, इन अद्भुत अभयारण्यों पर एक नज़र डालते हैं। 👇

1. सोनानदी vanya jeev abhyaran 🌳

सोनानदी vanya jeev abhyaran, जो नैनीताल के पास स्थित है, 301.18 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह स्थान पक्षी प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है, जहाँ आप बाज़, वारब्लर, हॉर्नबिल, और हिमालयन दाढ़ी वाले गिद्ध जैसे पक्षियों को देख सकते हैं। 🦅 यहाँ एशियाई हाथी, बाघ, और सांभर भी रहते हैं। यह अभयारण्य भारत के बाघ बचाओ परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 🐅

2. असकोट vanya jeev abhyaran 🦉

असकोट vanya jeev abhyaran, जिसे असकोट मस्क डियर पार्क के नाम से भी जाना जाता है, 599.93 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहाँ आपको कोबरा, कछुए, तेंदुए और जंगली बिल्लियाँ देखने को मिलेंगी। 🐆🦄

3. केदारनाथ vanya jeev abhyaran 🏞️

1972 में स्थापित केदारनाथ vanya jeev abhyaran 975.2 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहाँ लुप्तप्राय कस्तूरी मृग, भारतीय हिम तेंदुए, और हिमालयी काले भालू जैसे जानवर रहते हैं। 🦄🐻 इसके पक्षी जीवों में स्नो पार्ट्रिज और हिमालयी मोनाल शामिल हैं। 🦚

4. गोविंद vanya jeev abhyaran 🌸

1955 में स्थापित, गोविंद vanya jeev abhyaran 45.59 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहाँ आपको 70 प्रजातियों की तितलियाँ, 20 प्रजातियों के स्तनधारी और 100 प्रजातियों के पक्षी देखने को मिलेंगे। 🦋🦉

5. नंधौर vanya jeev abhyaran 🦘

नंधौर vanya jeev abhyaran 2012 में स्थापित किया गया था और 269.96 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहाँ 200 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ रहती हैं, जैसे ग्रेट पाइड हॉर्नबिल और ग्रे जंगली मुर्गियाँ। 🦜

6. बिनसर vanya jeev abhyaran 🦝

बिनसर vanya jeev abhyaran 45.59 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यहाँ फ़ोर्कटेल और ब्लैकबर्ड जैसी लुप्तप्राय प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं। 🦌

7. बेनोग vanya jeev abhyaran 🌳

बेनोग vanya jeev abhyaran मसूरी में लाइब्रेरी पॉइंट से 11 किमी दूर स्थित है। यहाँ आप व्हाइट-कैप्ड वाटर रेडस्टार्ट और रेड-बिल्ड ब्लू मैगपाई जैसे विदेशी पक्षियों को देख सकते हैं। 🦚

उत्तराखंड के vanya jeev abhyaran का महत्व 🌟

उत्तराखंड न केवल एक पवित्र स्थान है बल्कि यह कई लुप्तप्राय और आकर्षक पक्षियों और जानवरों का घर भी है। 🦉 यह बाघ बचाओ परियोजना में एक महत्वपूर्ण राज्य है, जिसका उद्देश्य बाघों की संख्या को बढ़ाना है। 🐯

उत्तराखंड के vanya jeev abhyaran का निष्कर्ष 📝

उत्तराखंड का हर vanya jeev abhyaran अपनी विशिष्टता और सुंदरता के लिए जाना जाता है। ये अभयारण्यों न केवल यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि वन्यजीवों की रक्षा की जाए। यदि आप प्रकृति और वन्यजीव प्रेमी हैं, तो उत्तराखंड की यात्रा आपके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव हो सकती है। 🌲✨

यह भी पढ़ें :

चार धाम यात्रा: उत्तराखंड के दिव्य धामों का आध्यात्मिक प्रवास

पंच केदार ट्रेक का सम्पूर्ण मार्गदर्शिका

उत्तराखंड: देवभूमि की खूबसूरती और आध्यात्मिकता

केदारनाथ: एक पवित्र तीर्थ स्थल।

For more article and news follow kedartimes on social media .

Facebook

Instagram

Twitter