Dev Prayag, Uttarakhand News : ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग पर बीते सोमवार सुबह गंगा नदी में गिरे ट्रक के केबिन से पुलिस और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने चालक दम्पति के शव बरामद किए। दुर्घटना स्थल से लगभग 100 मीटर दूर गंगा में ट्रक का केबिन मिला, जहां से दम्पति के शवों को निकालने के लिए 31 घंटे तक चला रेस्क्यू अभियान सफल हुआ।
थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि यह ट्रक बिहारीगढ़ से गोपेश्वर की ओर जा रहा था। सोमवार सुबह, अचानक संतुलन बिगड़ने से ट्रक राजमार्ग से गहरी खाई में जा गिरा और केबिन गंगा में समा गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
टिहरी और श्रीनगर बांध से पानी रोके जाने के बाद ही गंगा के जलस्तर में कमी आई और घटनास्थल से सौ मीटर दूर ट्रक का केबिन दिखाई दिया। इसके बाद एसडीआरएफ और जल पुलिस के गोताखोरों ने गंगा में ट्रक के केबिन की तलाश की, जिसमें चालक अजयपाल 38 वर्ष पुत्र मूलचंद समाचंदपुर मोहन अकबराबाद उ प्र व उनकी पत्नी राजेश्वरी 37 बर्ष का शव इसमें फंसा मिला।
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पुलिस ने दोनों शवों को कड़ी मशक्कत के बाद गंगा से बाहर निकाला और पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए एम्स ऋषिकेश भेज दिया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अजयपाल ने अपने बड़े भाई की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी राजेश्वरी से शादी की थी। इस दुर्घटना में दोनों की दर्दनाक मौत हो गई।
दुर्घटना की खबर मिलते ही चालक अजयपाल की दूसरी पत्नी, जो दो बच्चों के साथ देवप्रयाग पहुंची थी, इस दुखद हादसे से सदमे में है।
रेस्क्यू अभियान में एसडीआरएफ के एसआई सचिन रावत, एसआई दीपक लिंगवाल, योगेंद्र शर्मा, रमेश बिष्ट समेत आठ कर्मी शामिल थे। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने गंगा की तेज धारा के बावजूद मुश्किल हालात में यह अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया।
इस दुखद घटना से स्थानीय लोगों में शोक की लहर दौड़ गई है।
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