उत्तराखंड की नई फीचर फिल्म “संस्कार” 18 अक्तूबर 2024 से ऋषिकेश के रामा पैलेस सिनेमाघर में रिलीज होने जा रही है। यह फिल्म उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं पर आधारित है, और इसका इंतजार राज्य के लोगों को लंबे समय से था। अब यह इंतजार खत्म हो गया है, और दर्शकों को फिल्म में उत्तराखंड की अनोखी संस्कृति और खूबसूरत गढ़वाली संगीत का आनंद लेने का मौका मिलेगा।
पीआर फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बनी है फिल्म
फिल्म “संस्कार” को पीआर फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बनाया गया है। इस फिल्म का निर्माण राज्य के प्रोड्यूसर राजेंद्र भट्ट द्वारा किया गया है और निर्देशन बृज रावत ने किया है। फिल्म का बजट लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है, जो इसे उत्तराखंड की फिल्मों में से एक उच्च-स्तरीय प्रोडक्शन बनाता है। यह फिल्म राज्य की युवा पीढ़ी को उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और पारंपरिक मूल्यों से जोड़ने का प्रयास करेगी।
गढ़वाल और कुमाऊं की झलक दिखाएगी ‘संस्कार’
फिल्म “संस्कार” में गढ़वाल और कुमाऊं, दोनों क्षेत्रों की सांस्कृतिक झलक देखने को मिलेगी। फिल्म में उत्तराखंड के पारंपरिक रीति-रिवाज, त्योहार, गीत-संगीत, और जीवनशैली का अद्वितीय चित्रण किया गया है। इस फिल्म का उद्देश्य उत्तराखंड की युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक करना है, ताकि वे अपने मूल्यों और परंपराओं को समझ सकें और उनके महत्व को समझते हुए उन्हें संरक्षित कर सकें।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई फिल्म की घोषणा
16 अक्तूबर को ऋषिकेश प्रेस क्लब में फिल्म “संस्कार” की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें फिल्म के निर्माता राजेंद्र भट्ट और निदेशक बृज रावत ने मीडिया से बातचीत की। इस अवसर पर फिल्म के मुख्य कलाकार, जैसे राजेश मालगुडी, जो मुख्य नायक की भूमिका में हैं, बलदेव राणा (खलनायक), और शिवानी भंडारी (नायिका) भी उपस्थित रहे। अन्य प्रमुख कलाकारों में पूनम सकलानी, राज कपसूडी, पदम गुंसाई, रणवीर चौहान, रविंद्र भंडारीर, सूर्य चंद चौहान, सीता पयाल, संजय चमोली, रोशन गुंसाई, श्वेता भंडारी और आशु चौहान शामिल थे।
दिल्ली के सिनेमाघरों में भी दिखाई जा रही है ‘संस्कार’
फिल्म “संस्कार” इन दिनों दिल्ली के विभिन्न सिनेमाघरों में भी प्रदर्शित हो रही है, जहां इसे काफी सराहा जा रहा है। निर्माता राजेंद्र भट्ट ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में फिल्म को देखने की अपील की है, ताकि उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ावा मिल सके और इसे नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा सके।
उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित कहानी
फिल्म की कहानी उत्तराखंड के पारंपरिक जीवन को प्रदर्शित करती है, जिसमें गांव के रीति-रिवाज, त्योहार, पारिवारिक मूल्यों, और संघर्षों का चित्रण किया गया है। फिल्म में गढ़वाली और कुमाऊंनी लोकगीतों का भी समावेश किया गया है, जो दर्शकों को उत्तराखंड की संगीत परंपरा से जोड़ता है। “संस्कार” केवल मनोरंजन के लिए नहीं बनाई गई है, बल्कि यह समाज में एक संदेश देने का भी प्रयास करती है।
राज्य की युवा पीढ़ी के लिए संदेश
“संस्कार” फिल्म का मुख्य उद्देश्य राज्य की युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ना है। आज के दौर में जहां युवा पाश्चात्य संस्कृति और आधुनिकता की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं, वहां इस प्रकार की फिल्में उन्हें अपनी सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूक कर सकती हैं। फिल्म के निर्माता का मानना है कि यदि युवा पीढ़ी अपनी परंपराओं और संस्कारों को नहीं अपनाएगी, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित करना कठिन हो जाएगा।
उत्तराखंड फिल्म उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
उत्तराखंड फिल्म उद्योग में “संस्कार” एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। राज्य में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के लिए यह एक सकारात्मक प्रयास है, जो स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान करेगा। फिल्म की सफलता से उत्तराखंड में फिल्म निर्माण की संभावनाएं और अधिक खुल सकती हैं, जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को भी अपनी कला को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा।
फिल्म का संगीत और गीत
“संस्कार” फिल्म में दर्शकों को गढ़वाली और कुमाऊंनी लोकगीतों का आनंद मिलेगा, जिन्हें राज्य के मशहूर लोकगायकों ने गाया है। फिल्म का संगीत उत्तराखंड के लोक संगीत को समर्पित है, जो दर्शकों को एक अलग ही अनुभव प्रदान करेगा। गानों में पारंपरिक वाद्य यंत्रों का भी उपयोग किया गया है, जो उत्तराखंड की लोकधुनों को जीवंत बनाते हैं।
फिल्म की शूटिंग के अनुभव
फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड के विभिन्न स्थलों पर की गई है, जिससे राज्य की प्राकृतिक सुंदरता को भी पर्दे पर लाने का प्रयास किया गया है। फिल्म के निर्देशक बृज रावत का कहना है कि “संस्कार” की शूटिंग एक अद्वितीय अनुभव था, जिसमें कलाकारों ने राज्य की संस्कृति को सही तरीके से प्रस्तुत करने के लिए कड़ी मेहनत की। फिल्म की शूटिंग के दौरान कलाकारों को उत्तराखंड की पारंपरिक जीवनशैली के बारे में जानने का मौका भी मिला।
रामा पैलेस में फिल्म देखने के लिए तैयार रहें
18 अक्तूबर को “संस्कार” की रिलीज के मौके पर, ऋषिकेश के रामा पैलेस में विशेष प्रीमियर रखा जाएगा। फिल्म के निर्माता और कलाकार भी इस मौके पर उपस्थित रहेंगे। दर्शकों को इस अवसर पर फिल्म को देखने के साथ ही कलाकारों से मिलने का भी मौका मिलेगा। यह फिल्म न केवल उत्तराखंड के लोगों के लिए है, बल्कि उन सभी के लिए है जो राज्य की संस्कृति और परंपराओं से परिचित होना चाहते हैं।
फिल्म को लेकर दर्शकों की उम्मीदें
दर्शकों के बीच “संस्कार” को लेकर काफी उत्साह है। फिल्म की कहानी, कलाकारों का प्रदर्शन, और उत्तराखंड की संस्कृति का अनूठा चित्रण इसे देखने लायक बनाता है। राज्य की फिल्मों में “संस्कार” एक महत्वपूर्ण योगदान साबित हो सकती है, जो न केवल लोगों का मनोरंजन करेगी, बल्कि उन्हें अपनी संस्कृति के प्रति गर्व महसूस कराएगी।
“संस्कार” उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं को सिनेमा के माध्यम से प्रस्तुत करने का एक शानदार प्रयास है। यह फिल्म राज्य की लोकसंस्कृति को जीवित रखने और नई पीढ़ी को इससे जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है। 18 अक्तूबर को रिलीज होने वाली इस फिल्म को लेकर दर्शकों में जो उत्साह है, वह निश्चित रूप से इसे एक बड़ी सफलता की ओर ले जाएगा।
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