हाय महंगाई , देहरादून, 26 अक्टूबर: उत्तराखंड में त्योहारी सीजन के आगमन के साथ ही सब्जियों की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी ने आम जनता के बजट पर गहरा असर डाला है। राज्य के विभिन्न शहरों में फास्ट फूड विक्रेताओं और सब्जी विक्रेताओं ने बढ़ती कीमतों पर चिंता जाहिर की है, जिससे ग्राहक अब कम मात्रा में सब्जियां खरीदने के लिए मजबूर हो गए हैं। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि त्यौहारों के दौरान आपूर्ति और मांग में असंतुलन के चलते यह मूल्यवृद्धि हुई है।
एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि त्योहारी सीजन की शुरुआत से सब्जियों की कीमतों में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ग्राहक अब महंगाई के कारण सब्जियों की मात्रा घटा रहे हैं। एक अन्य विक्रेता ने बताया कि त्यौहारों और शादियों के मौसम में सब्जियों की मांग काफी बढ़ जाती है, विशेषकर खाद्य सेवाओं की ओर से।
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्यवश, इस बढ़ी हुई मांग ने आम जनता और छोटे विक्रेताओं के लिए चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। मांग में वृद्धि के साथ-साथ सब्जियों की कीमतों में भी इजाफा हो गया है। अब ग्राहक शिमला मिर्च और पत्तागोभी जैसी सामग्री की कम मात्रा खरीद रहे हैं।”
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खाद्य विक्रेताओं का कहना है कि शिमला मिर्च, टमाटर और पत्तागोभी जैसे आवश्यक सामग्री की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं। उदाहरण के लिए, शिमला मिर्च की कीमत 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, जिससे सामान्य मात्रा में सब्जियों का उपयोग करना कठिन हो गया है।
वर्तमान में, खुदरा बाजार में लहसुन 300 रुपये प्रति किलो, अदरक और टमाटर 100 रुपये प्रति किलो, शिमला मिर्च 100 रुपये प्रति किलो और भिंडी 120 रुपये प्रति किलो बिक रही है। इस बढ़ती महंगाई ने उत्तराखंड के हर कोने में आम जनता के लिए सब्जी खरीदना मुश्किल बना दिया है।
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