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Uttarakhand News Live : उत्तराखंड में छात्रसंघ चुनाव न होने से छात्रों में आक्रोश, कई जिलों में विरोध प्रदर्शन

Uttarakhand News Live : उत्तराखंड में छात्रसंघ चुनाव न होने से छात्रों में आक्रोश, कई जिलों में विरोध प्रदर्शन

Uttarakhand News Live : देहरादून. उत्तराखंड के महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव न कराए जाने से छात्रों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। देहरादून, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल समेत कई जिलों में छात्रों ने आंदोलन छेड़ दिया है। हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज में आक्रोशित छात्रों ने प्राचार्य को बंधक बना लिया। राजधानी देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज में भी स्थिति तनावपूर्ण है। छात्रों और उनके समर्थकों ने चुनाव न होने पर कॉलेज के गेट पर ताला लगाकर धरना प्रदर्शन किया। छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि छात्रसंघ चुनाव जल्द नहीं कराए गए, तो आंदोलन उग्र हो सकता है।

शिक्षा मंत्री पर भेदभाव का आरोप

डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र नेता मयंक रावत ने शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री ने अपने क्षेत्र में तो चुनाव करवा दिए, लेकिन अन्य जगहों पर नहीं। चुनाव की तैयारी कर रहे सौरभ पोखरियाल ने चिंता जताई कि चुनाव न होने पर उनकी उम्र निकल जाएगी और उनका राजनीतिक करियर शुरू नहीं हो पाएगा। अन्य छात्र नेताओं ने भी आरोप लगाया कि बड़े नेता नहीं चाहते कि सामान्य परिवारों के युवा राजनीति में आएं।

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छात्र नेताओं का योगदान और चुनाव की मांग

छात्रा सानिया ने कहा कि कॉलेज में छात्रों की समस्याओं का समाधान छात्र नेता ही निकालते हैं, इसलिए चुनाव जरूरी हैं। ऋषभ मल्होत्रा ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने 30 सितंबर तक चुनाव करवाने की बात की थी, लेकिन 25 अक्टूबर तक एडमिशन चलते रहे, जिससे चुनाव कराना संभव नहीं था। इस स्थिति में राजधानी देहरादून सहित अन्य जिलों के छात्र निराश हैं और अपने हक के लिए आवाज उठा रहे हैं।

हाईकोर्ट का निर्णय और छात्रों में असंतोष

राज्य सरकार ने अप्रैल 2024 में शैक्षणिक कैलेंडर में 30 सितंबर तक छात्रसंघ चुनाव कराने का निर्देश दिया था, लेकिन चुनाव न कराए जाने पर नैनीताल हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई। गुरुवार को उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अब चुनाव की समय सीमा समाप्त हो चुकी है, इसलिए चुनाव नहीं हो सकते। इस निर्णय के बाद राज्य भर में छात्रों में असंतोष और गहरा गया है, और वे जल्द से जल्द चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।

 

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