पौड़ी: जिला पंचायत पौड़ी में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर सात जिला पंचायत सदस्यों ने बड़ा आंदोलन शुरू किया है। आंदोलन के चौथे दिन, इन सदस्यों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया और मांग की कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
शनिवार को जिला पंचायत कार्यालय के बाहर आयोजित यज्ञ में जिला पंचायत सदस्य गौरव रावत, सीमा सजवाण, दिनेश कोहली और कुलदीप रावत ने बताया कि पिछले दो वर्षों से जिला पंचायत में त्रैमासिक बैठकें नहीं हुई हैं और भ्रष्टाचार की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अब भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है, जहां वित्तीय अनियमितताएं आम बात हो गई हैं।
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प्रमुख मांगें:
1. बीते वित्तीय वर्षों के दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए बजट का खुलासा किया जाए।
2. अभियंता और कार्याधिकारी के पदों पर नियमित अधिकारियों की नियुक्ति हो।
3. जिला पंचायत क्षेत्रों में बजट आवंटन की जानकारी दी जाए।
जिला पंचायत सदस्य अजीत सिंह बिष्ट, कुलभूषण, और वीरेंद्र रावत भी इस यज्ञ में शामिल रहे और सभी सदस्यों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन को और उग्र रूप देंगे।
सदस्यों का आरोप है कि सरकार द्वारा प्राप्त बजट में भारी वित्तीय अनियमितताएं की जा रही हैं, जिससे विकास कार्यों में भी बाधा आ रही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो वे अपने आंदोलन को और तेज़ करेंगे।
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