Deva Movie Review: शाहिद कपूर की नई फिल्म “Deva” एक हाई-ऑक्टेन थ्रिलर है, जो उनकी दमदार परफॉर्मेंस के दम पर पूरी फिल्म को संभाले रखती है। यह फिल्म मलयालम मूवी “Mumbai Police” (2013) की हिंदी रीमेक है, जिसे डायरेक्टर रोशन एंड्रयूज़ ने नए अंदाज में पेश किया है। इस फिल्म की कहानी गुड कॉप-बैड कॉप स्टाइल में बुनी गई है, जिसमें रोमांच, एक्शन और इमोशन का तड़का है। अगर आप शाहिद कपूर के फैन हैं और दमदार थ्रिलर पसंद करते हैं, तो यह फिल्म आपको पसंद आ सकती है।
रेटिंग: ⭐⭐⭐ (3/5)
कहानी की झलक (Deva Movie Review)
फिल्म की कहानी देव अंबरे (शाहिद कपूर) नाम के एक पुलिस ऑफिसर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो मुंबई पुलिस में अपने गुस्सैल स्वभाव और तेज दिमाग के लिए जाना जाता है। लेकिन एक मिशन के दौरान हुए बाइक एक्सीडेंट में उसकी याददाश्त चली जाती है। अब वह न केवल अपने अतीत को समझने की कोशिश करता है बल्कि उस केस को भी सुलझाना चाहता है, जिसमें वह खुद एक अहम कड़ी था।
देवा के सामने कई दुश्मन होते हैं—चाहे वो क्रिमिनल हो या पुलिस डिपार्टमेंट के कुछ लोग। लेकिन उसकी तगड़ी फाइटिंग स्किल और नेचुरल इंसिंक्ट उसे मुश्किल हालात से बाहर निकालते हैं। फिल्म की सबसे दिलचस्प बात यही है कि कैसे देवा अपने खोए हुए अतीत को जोड़ने की कोशिश करता है और सच्चाई तक पहुंचता है।
एक्टिंग और परफॉर्मेंस (Deva Movie Review)
शाहिद कपूर ने देव अंबरे के किरदार में जान डाल दी है। फिल्म में उनका गुस्सा, उनका दर्द और उनकी कन्फ्यूजन सबकुछ बहुत नैचुरल लगता है। शाहिद ने पहले भी “हैदर” और “कबीर सिंह” जैसी फिल्मों में इंटेंस रोल निभाए हैं, और “Deva” में भी उनका वही अंदाज दिखता है।
पूजा हेगड़े, जो फिल्म में इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट दिया साठे का रोल निभा रही हैं, उनकी भूमिका सीमित है। हालांकि, वह देवा की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं, लेकिन उनकी भूमिका सिर्फ एक लव इंटरेस्ट तक ही सीमित रह जाती है।
प्रवेश राणा (फरहान खान) और पवेल गुलाटी (रोहन डिसिल्वा) ने भी अपने किरदार को अच्छे से निभाया है। खासतौर पर पवेल और शाहिद की दोस्ती को फिल्म में अच्छी तरह दिखाया गया है।
एक्शन, सिनेमेटोग्राफी और म्यूजिक (Deva Movie Review)
फिल्म की सिनेमेटोग्राफी शानदार है। अमित रॉय ने मुंबई के अंडरवर्ल्ड और पुलिस फोर्स की टेंशन को अच्छी तरह कैमरे में कैद किया है। ए. श्रीकर प्रसाद की एडिटिंग फिल्म को क्रिस्प बनाती है, जिससे कहानी ज्यादा खींची हुई महसूस नहीं होती।
जेक्स बिजॉय का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म की टेंशन को और बढ़ा देता है। हालांकि, फिल्म में ज्यादा गाने नहीं हैं, लेकिन शादी के दौरान का एक सॉन्ग एंड डांस सीक्वेंस जबरदस्ती डाला गया लगता है, जो देवा के किरदार के साथ मेल नहीं खाता।
फिल्म की कमजोरियां
- याददाश्त खोने वाला ट्रॉप – यह थीम फिल्मों में पहले भी कई बार देखी गई है, इसलिए यह नया नहीं लगता।
- स्ट्रॉन्ग फिमेल कैरेक्टर्स की कमी – पूजा हेगड़े और कुब्रा सैत जैसी एक्ट्रेसेस के पास ज्यादा करने के लिए कुछ नहीं था।
- पारंपरिक पुलिस ड्रामा – फिल्म में कई ऐसे पल हैं, जो पुरानी बॉलीवुड पुलिस फिल्मों की याद दिलाते हैं।
क्या आपको यह फिल्म देखनी चाहिए?
अगर आपको एक्शन, थ्रिलर और शाहिद कपूर का इंटेंस अवतार पसंद है, तो यह फिल्म देख सकते हैं। फिल्म में कुछ कमजोरियां हैं, लेकिन इसकी तेज-तर्रार कहानी और जबरदस्त एक्शन सीक्वेंस इसे एंटरटेनिंग बनाते हैं।
फाइनल वर्ड: “Deva” शाहिद कपूर के फैंस के लिए ट्रीट है, लेकिन अगर आप कुछ नया और अनदेखा एक्सपीरियंस चाहते हैं, तो आपको थोड़ी निराशा हो सकती है।”
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