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हरिद्वार में मुख्यमंत्री धामी ने गंगा दीप महोत्सव में की मां गंगा की पूजा, 3 लाख 51 हजार दीप जलाकर राज्य की तरक्की की कामना

हरिद्वार में मुख्यमंत्री धामी ने गंगा दीप महोत्सव में की मां गंगा की पूजा

गंगा दीप महोत्सव

हरिद्वार– मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को हरिद्वार के हर की पैड़ी में गंगा दीप महोत्सव कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने मां गंगा की पूजा-अर्चना की, गंगा आरती में सम्मिलित हुए और राज्य की सुख-समृद्धि व प्रगति की कामना की। कार्यक्रम में हर की पैड़ी स्थित नई पुलिस चौकी का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।

मुख्यमंत्री ने हर की पैड़ी पर आयोजित भव्य ड्रोन शो का भी अवलोकन किया, जिसमें बदरीनाथ धाम, केदारनाथ धाम, कुंभ कलश, भगवान शिव, और मां गंगा की झलकियां दिखाईं गईं। दीप प्रज्वलन कार्यक्रम में राज्य स्थापना दिवस और अल्मोड़ा बस हादसे में हताहत लोगों की याद में भी दीप जलाए गए। इस दौरान 50 घाटों पर लाखों दीपों से हरिद्वार को रोशन किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “आज का दिवस मां गंगा को प्रणाम कर संकल्प लेने का अवसर है। उत्तराखंड इस वर्ष रजत जयंती मना रहा है और प्रधानमंत्री मोदी जी ने इसे 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक बताया है। हम सबको इस दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प लेना है।”

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उन्होंने राज्य सरकार की विकास योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि उत्तराखंड स्वास्थ्य, पर्यटन और शिक्षा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में स्थान बना रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ऐतिहासिक फैसले लेते हुए यूसीसी विधेयक पारित किया और नकल विरोधी कानून लागू किया, जिससे राज्य में पारदर्शिता आई है और युवाओं को नौकरियों के अवसर बढ़े हैं।

उन्होंने कहा कि हरिद्वार क्षेत्र में ऋषिकेश-हरिद्वार कॉरिडोर परियोजना के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इस वर्ष 4 करोड़ से अधिक कांवड़ियों ने हरिद्वार में गंगा स्नान किया। भविष्य की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार 40-50 सालों का रोडमैप तैयार कर रही है ताकि हरिद्वार का समग्र विकास हो सके।

मुख्यमंत्री ने गंगा की स्वच्छता में आमजन की सहभागिता पर जोर देते हुए कहा, “मां गंगा हमारे जीवन का आधार है और हमें इसकी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना होगा। हरिद्वार का धार्मिक स्वरूप बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है और अतिक्रमण को हटाने के लिए हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) को जिम्मेदारी दी गई है।”

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, सांसद कल्पना सैनी, आचार्य बालकृष्ण सहित कई वरिष्ठ नेता, गंगा सभा के अध्यक्ष, और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

 


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