चमोली, उत्तराखंड: चमोली पुलिस द्वारा चलाए जा रहे वृहद जागरूकता अभियान के अंतर्गत आज विभिन्न विद्यालयों में विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों और साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे और साइबर अपराधों से बचाने और उन्हें इनसे जुड़े खतरों के बारे में जानकारी देना है।
नशा और साइबर अपराधों पर जागरूकता
दिनांक 24 अक्टूबर 2024 को साइबर सेल चमोली और थाना नन्दानगर पुलिस द्वारा रानी कोर्ट महाविद्यालय घाट में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों ने विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों और बढ़ते साइबर अपराधों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
नशे के दुष्प्रभाव: विद्यार्थियों को बताया गया कि नशा न केवल उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करता है। युवाओं को यह समझाया गया कि नशे की आदत व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर कर देती है, जिससे वह अपने जीवन और करियर में पीछे छूट सकता है।
साइबर अपराधों से बचाव: पुलिस अधिकारियों ने विद्यार्थियों को साइबर अपराधों से जुड़े खतरों के बारे में आगाह किया और उन्हें अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी। उन्हें यह बताया गया कि किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधियों के प्रति सावधान रहें और तुरंत पुलिस को सूचित करें। साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए विद्यार्थियों को विशेष सावधानियां बरतने और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखने की सलाह दी गई। इसके साथ ही, जागरूकता पम्पलेट भी वितरित किए गए, जिनमें साइबर सुरक्षा और नशे के दुष्प्रभावों से जुड़ी जानकारी दी गई थी।
इस कार्यक्रम में अ0प0नि0 नरेन्द्र तोमर, कॉ0 रविकान्त, और कॉ0 सलमान (एसओजी, चमोली) ने विद्यार्थियों के साथ संवाद किया और उन्हें इन गंभीर मुद्दों के प्रति सचेत रहने के लिए प्रेरित किया।
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अग्निशमन उपकरणों का संचालन और सुरक्षा उपायों पर जागरूकता
फायर सर्विस गोपेश्वर के नेतृत्व में केन्द्रीय विद्यालय एसएसबी ग्वालदम और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ग्वालदम में अग्निशमन उपकरणों के निरीक्षण और उनके संचालन के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रभारी अग्निशमन अधिकारी एलएफएम प्रदीप त्रिवेदी के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और स्टाफ को आपातकालीन स्थिति में सही ढंग से प्रतिक्रिया देना सिखाना था।
आग से बचने के उपाय: प्रशिक्षित फायर कर्मियों ने विद्यार्थियों और स्वास्थ्य कर्मियों को आगजनी की स्थिति में सही समय पर क्या कदम उठाने चाहिए, इसकी जानकारी दी। उन्होंने यह बताया कि किस प्रकार आग लगने पर प्राथमिकता के आधार पर आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया जाए और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा जाए। इसके साथ ही, आग से बचने के विभिन्न उपायों और राहत कार्यों के बारे में भी विस्तार से बताया गया।
छात्रों और स्टाफ को फायर उपकरणों के सही उपयोग और आगजनी की स्थिति में बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। इसके साथ ही, आपातकालीन प्रक्रियाओं का भी अभ्यास कराया गया ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तेजी से और सुरक्षित रूप से कार्य किया जा सके।
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